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Success Story : ये हैं भारत की सबसे कम उम्र में IAS अफसर बनने वाली 5 महिलाएं

यूपीएससी की परीक्षा को देश की सबसे कठीन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को वही बच्चे पास कर पाते हैं जो असफलता मिलने के बाद भी बार बार कोशिश करते हैं। आज हम आपको भारत की सबसे कम उम्र में आईएएस बनने वाली पांच महिलाओं के बारे में बताने जा रहे हैं। 

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HR Breaking News (ब्यूरो)। अनन्या सिंह: साल 2019 में अनन्या ने यूपीएससी की परीक्षा दी थी, जिसका परिणाम आने के बाद हर कोई उनकी सराहना कर रहा था. दरअसल मात्र 22 साल की उम्र में उन्होंने IAS की परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर ली थी. अनन्या सिंह ने यूपीएससी परीक्षा 2019 में 51वीं रैंक पाई थी.

सिमी करन: ओडिशा के बालासोर जिले की रहने वाली सिमी करन ने यूपीएससी की परीक्षा साल 2019 में 22 साल की उम्र में पास की थी. सिमी के पिता भिलाई स्टील प्लांट में अधिकारी हैं. आईएएस परीक्षा में सिमी की ऑल इंडिया रैंक 31 आई थी

स्मिता सभरवाल: कम उम्र में आईएएस बनने वाली स्वाति सभरवाल ने यूपीएससी सीएसई 2000 में ऑल इंडिया रैंक 4 प्राप्त की थी. जब वह आईएएस बनीं तो वह मात्र 22 साल की थीं. उनकी शादी आईपीएस अधिकारी अकुन सभरवाल से हुई. स्वाति सभरवाल तेलंगाना सरकार में मुख्यमंत्री के सचिव के तौर पर तैनात हुईं. 


टीना डाबी: यूपीएससी एग्जाम 2015 में टीना डाबी ने टॉप किया था. खास बात यह है कि पहली रैंक हासिल करने वाली टीना डाबी तब मात्र 22 साल की थीं. यूपीएससी 2015 की टॉपर टीना डाबी ने 20 साल की उम्र में ग्रेजुएशन कर लिया था और दो साल की तैयारी के बाद IAS परीक्षा को पहले प्रयास में पास कर लिया.


स्वाति मीणा: राजस्थान के अजमेर की स्वाति मीणा ने साल 2007 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी. स्वाति मीणा जब आईएएस बनी तो वह मात्र 22 साल की थीं. आईएएस परीक्षा में उनकी रैंक 260 रही. स्वाती मीणा को मध्य प्रदेश कैडर के लिए चुना गया. उनकी मां पेट्रोल पंप चलाती थीं. उन्हें दबंग आईएएस में भी शामिल किया जाता है.