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Success Story: ये हैं बिहार की पहली महिला IPS अधिकारी, बताया कैसे हुआ था इंटरव्यू

 Success Story: आज हम आपको अपनी इस खबर में बिहार की पहली और देश की 5वीं महिला IPS अधिकारी मंजरी जरुहर के बारे में बताने जा रहे हैं... तो चलिए आइए नीचे खबर में जान लेते हैं, उनके और उनके सफर के बारे में साथ ही आखिर कैसा था उनका यूपीएससी का इंटरव्यू।
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Success Story: ये हैं बिहार की पहली महिला IPS अधिकारी, बताया कैसे हुआ था इंटरव्यू

HR Breaking News, Digital Desk- UPSC STORY: भारत में इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) अधिकारी बनना एक कठिन सफर है। इस पद को हासिल करने के लिए UPSC की कठिन परीक्षा को क्लियर करना पड़ता है। आज हम आपको बिहार की पहली और देश की 5वीं महिला IPS अधिकारी मंजरी जरुहर के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं, उनके सफर के बारे में और कैसा था UPSC का इंटरव्यू।

मंजरी जरुहर, बिहार की पहली और भारत की पांचवीं महिला IPS अधिकारियों में से एक हैं। साल 1975 में आईपीएस अधिकारी पद के लिए उन्हें चुना गया था। वह बिहार के एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जहां कई सदस्य आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के पदों पर रहे हैं।

आप ये सोच रहे होंगे, कि जिस परिवार के सदस्य आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के पदों पर रहे हैं, उस घर की लड़की के लिए आईपीएस बनना कितना सरल होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। परिवार का मजबूत बैकग्राउंड होने के बावजूद, उनकी पढ़ाई के लिए वो सपोर्ट नहीं मिला, जिसकी उन्होंने उम्मीद की थी।

...जब शादी के बाद टूटने लगे सपने-

मंजरी जरुहर की उम्र सिर्फ 19 साल की थी, जब उनकी शादी एक इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) अधिकारी से कर दी गई थी। उनकी शादी के शुरुआती साल कई चुनौतियों से भरे रहे, जिनमें उनके पति और ससुराल वालों से शिक्षा को लेकर कोई सपोर्ट नहीं मिला था। एक समय ऐसा था कि उन्हें हाउसवाइफ की भूमिका निभानी पड़ी थी, उन्हें लग रहा था कि वह जिंदगी भर यही काम करती रह जाएंगी।

वह ऐसे वातावरण में पली- बढ़ी थी, जहां उन्होंने लोगों को सफल होते हुए देखा था, ऐसे में उनके मन में भी अपने शैक्षिक लक्ष्यों को आगे बढ़ाने की इच्छा थी। जिसके लिए उन्होंने शादी के कुछ समय बाद एक मजबूत कदम उठाया और अपने ससुराल से अलग हो गई। अलग हो जाने के बाद उन्होंने पूरा फोकस अपने करियर पर किया।

जहां समाज में उनकी दूसरी शादी को लेकर दबाव बना रहता था, वहीं मंजरी जरुहर की नजरें एक अलग रास्ते पर थीं। पटना वीमेंस कॉलेज से इंग्लिश विषय में ऑनर्स की डिग्री और दिल्ली विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री के साथ, उन्होंने अपनी UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी।  

साल 1974 में उन्होंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी। जिसमें प्रीलिम्स और मेंस तो क्लियर हो गया था, लेकिन इंटरव्यू क्लियर नहीं हुआ था। जिसके बाद उन्होंने साल 1975 में दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी। इस बार भी प्रीलिम्स और मेंस क्लियर हो जाता है और वह इंटरव्यू में भी शामिल होती है।

बता दें, मंजरी जरुहर ने अपने UPSC के फॉर्म में लिखा था कि उनकी हॉबी कुकिंग करना है। जिसके बाद  उनसे UPSC इंटरव्यू में पूछा गया कि मेयोनीज सॉस (Mayonnaise) की रेसिपी बताइए।

उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया, कि उस समय मेयोनीज सॉस जो है वो आज कल के जैसी नहीं थी, जो आसानी से सब दुकान में मिल जाती है। उन्होंने कुकिंग क्लास भी ली थी। इसलिए इंटरव्यू में मेयोनीज  सॉस की रेसिपी स्टेप बाय स्टेप बता दी। रेसिपी सुनने के बाद बोर्ड मेंबर उनसे काफी प्रभावित हुए। जिसके बाद उनसे आगे कोई प्रश्न नहीं पूछा गया था। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली। इस बार उन्हें IPS पद मिला, लेकिन IAS नहीं मिला। साल 1976 में उन्होंने फिर से यूपीएससी की परीक्षा दी। उस समय न उनका मेंस निकला और न ही इंटरव्यू।

बता दें, परीक्षा के लिए मंजरी ने दिन- रात एक कर दिए थे। उन्होंने सफलतापूर्वक UPSC परीक्षा पास की और बिहार से पहली और पूरे भारत में पांचवीं महिला आईपीएस अधिकारी बनी।