home page

UPSC Topper : बेटे की पढ़ाई के लिए पिता ने छोड़ा गांव, बेटे ने पहले ही प्रयास में किया UPSC टॉप

UPSC Topper : यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है इसे पास करने के लिए रात दित एक करनी पड़ती। लेकिन फिर भी बहुत ही कम युवा इसे पास कर पाते हैं।

 | 
UPSC Topper : बेटे की पढ़ाई के लिए पिता ने छोड़ा गांव, बेटे ने पहले ही प्रयास में किया UPSC टॉप

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो) : संघ लोग सेवा आयोग ने एनडीए रिजल्ट 2 जारी कर दिया है. नेशनल डिफेंस एकेडमी में भर्ती के लिए होने वाली इस परीक्षा का रिजल्ट upsc.gov.in पर चेक किया जा सकता है. यूपीएससी एनडीए 2023 परीक्षा में हरियाणा के अनुराग सांगवान ने टॉप किया है (Anurag Sangwan Interview).

यूपीएससी की अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह एनडीए परीक्षा भी काफी कठिन होती है (UPSC NDA Exam). हरियाणा के चरखी दादरी गांव के रहने वाले अनुराग सांगवान ने इसमें टॉप कर अपने छोटे से गांव का नाम रौशन कर दिया है. करीब ढाई लाख उम्मीदवारों में से अनुराग सांगवान ने इसमें पहली रैंक हासिल की है (NDA Result 2023). जानिए उनकी सक्सेस स्टोरी (Motivational Story).

ये भी पढ़ें : मैडम ने अपने 10 साल छोटे स्टूडेंट्स से बनाए संबंध, पति को बताया कारण


पिता ने किया बेटे के लिए त्याग


अनुराग सांगवान का रोल नंबर 6342139 है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अनुराग के पिता जीवक सांगवान गुरुग्राम में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में काम करते हैं और मां सुदेश देवी शिक्षिका हैं. उन्होंने बेटे की पढ़ाई के लिए गांव छोड़ दिया था. अनुराग की सफलता से जीवक काफी खुश हैं. उन्होंने मीडिया इंटरव्यू में बताया कि अनुराग ने IISC बैंगलोर प्रतियोगी परीक्षा में 250वीं रैंक हासिल की थी (IISC Bangalore).

ये भी जानें : 37 साल की अंटी ने अनमैरिड लड़के से बनाए संबंध, पड़ोस में ले रखा था फ्लैट


चरखी दादरी के गांव चन्देनी निवासी अनुराग सांगवान ने UPSC द्वारा आयोजित NDA परीक्षा में पूरे देश में प्रथम स्थान हासिल कर हरियाणा का नाम रौशन किया है। समस्त प्रदेशवासियों को आप पर गर्व है और आपके स्वर्णिम भविष्य के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं। 


मुंबई आतंकी हमले के शहीद से हुए प्रेरित (Mumbai Attack 26/11)

ये भी पढ़ें : मेहमान बनकर आये ननंद के पति के साथ पत्नी ने बनाये संबंध, ये थी वजह


अनुराग सांगवान की हाइट 5 फीट 9 इंच है. वह मुंबई आतंकी हमले में शहीद मेजर उन्नीकृष्णन को अपना आदर्श मानते हैं (Major Unnikrishnan). वह विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी ड्यूटी से पीछे नहीं हटे थे. अनुराग सांगवान कहते हैं कि कड़ी मेहनत की जगह कुछ और कभी भी नहीं ले सकता है. सफल सेना अधिकारी बनने के लिए बहुत मेहनत करने की जरूरत है.