home page

International Handball Player से सिंगर और एक्टर बने Naveen Punia, बैसाखी पर रिलीज हो रहा बाबू तेरा बेटा गीत

HR Breaking News. Naveen Punia खेल जगत का जाना माना नाम जो आज हरियाणवी इंडस्ट्री में भी खासा प्रचलित हो चुका है। उनके जीवन से न केवल उनके आस पास के बल्कि खेल जगत के तमाम खिलाड़ी खुद के लिए प्रेरणा समझते हैं। कोरोना महामारी का असर खेल जगत पर भी पड़ा है। लॉकडाउन की
 | 
International Handball Player से सिंगर और एक्टर बने Naveen Punia, बैसाखी पर रिलीज हो रहा बाबू तेरा बेटा गीत

HR Breaking News. Naveen Punia खेल जगत का जाना माना नाम जो आज हरियाणवी इंडस्ट्री में भी खासा प्रचलित हो चुका है। उनके जीवन से न केवल उनके आस पास के बल्कि खेल जगत के तमाम खिलाड़ी खुद के लिए प्रेरणा समझते हैं। कोरोना महामारी का असर खेल जगत पर भी पड़ा है। लॉकडाउन की वजह से कोई भी खिलाड़ी ग्राउंड में जाकर प्रैक्टिस नहीं कर पाया, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने इस आपदा को अवर में बदलकर मिसाल पेश की। जिनसे सीखने को अन्य खिलाड़ियों को भी काफी कुछ मिलेगा। यहां बात की जा रही है हिसार के गांव लाड़वा के बेटे व इंटरनेशनल हैंडबॉल खिलाड़ी Naveen Punia की।

Naveen Punia को हमेशा से ही गायकी का शौक रहा है। लॉकडाउन के दौरान जहां हर कोई घर पर रहे वहीं Naveen Punia ने भी इस मौके को अवसर में बदल अपना समय अपने शौक को दिया व गायकी के टैलेंट को पूरी दुनिया तक पहुंचाया। जहां देश भर में नवीन के गीतों को पसंद किया गया वहीं लोगों के इस प्यार को देखते हुए नवीन ने एक के बाद एक कई गीत किए। वहीं उन्होंने कुछ कंपनियों के लिए ब्रैंड एंबेसडर बनकर एड भी शूट किए। फिलहाल नवीन भारतीय सेना में हवलदार के पद पर भी कार्यरत हैं।

International Handball Player से सिंगर और एक्टर बने Naveen Punia, बैसाखी पर रिलीज हो रहा बाबू तेरा बेटा गीत
Naveen Punia

Naveen Punia का जन्म हिसार के लाडवा गांव में हुआ। साल 2004 में उन्होंने हैंडबॉल खेलना शरू किया। गरीबी के आलम में नया कीर्तिमान स्थापित करने का संघर्ष बिना जूतों के शुरू हुआ। नवीन 12 बार राष्ट्रीय स्तर जबकि 2 बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं। 2006 में पहली बार नवीन अंडर 17 में नेशनल लेवल पर खेले। 2007 में जूनियर नेशनल में कांस्य पदक जीता तो 2008 में ऑल इंडिया चैंपियनशिप में सिल्वर पदक जीता। 2009 में ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडल जीता, 2010 में खेल कोटे से नवीन को भारतीय सेना में नौकरी मिली। 2012 में भारतीय आर्मी की रेड टीम को गोल्ड मेडल दिलाया।

2013 में फेडरेशन कप में सिल्वर मेडल 2014 में सीनियर नेशनल प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल। 2015 में सीनियर नेशनल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल, 2016 में सिल्वर और 2018 में फिर बॉन्ज मेडल जीता, 2018 में Naveen Punia पहली बार इंडियन टीम का हिस्सा बनें। 18वीं एशियन गेम इंडोनेशिया में खेलते हुए नवीन पूनिया ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इस गेम के दौरान नवीन ने आखिरी के 10 सेकेंड में पाकिस्तान के खिलाफ गोल किया और भारत को यादगार जीत दिलाई। नवीन के माता-पिता उनकी इस उपलब्धि से खुश नजर आए।  भारतीय आर्मी की रेड टीम में नवीन कोच विनोद और अरुण सैनी के दिशा निर्देश में अभ्यास कर रहे हैं। नवीन ने कहा कि उनकी कामयाबी में पिता, माता और कोच ने हमेशा उनकी मदद की। 

गोवा में घूमने निकले सपना चौधरी और वीर साहू, तस्वीरें देख फैंस ने किए कमेंट

लॉकडाउन से पहले घर पर छुट्टी आए Naveen Punia ने 2022 में होने वाले एशियन गेम्स में भारत को गोल्ड मेडल जिताने के लिए मेहनत करने की ठानी, लेकिन लॉकडाउन के कारण वो प्रैक्टिस नहीं कर पाए। Naveen Punia इस समय को बर्बाद नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपने पैशन को समय देकर उसे निखारने की कोशिश जारी रखी। एक नौकरी सरकारी गीत उनका काफी पसंद किया गया।

एक नौकरी सरकारी गीत को मिली खूब सराहना
नवीन भारतीय सेना में हवलदार के पद पर कार्यरत हैं। लॉकडाउन से पहले घर पर छुट्टी आए नवीन ने 2022 में होने वाले एशियन गेम्स में भारत को गोल्ड मेडल जिताने के लिए मेहनत करने की ठानी थी। लेकिन लॉकडाउन के कारण वे प्रैक्टिस नहीं कर पाए। वे इस समय को बर्बाद नहीं करना चाहते थे। उन्होंने जहां खेती में परिवार की मदद की, वहीं अपने पैशन को समय देकर उसे निखारने की कोशिश जारी रखी। एक नौकरी सरकारी गीत से जहां उन्होंने एक जवान की कहानी लोगों तक पहुंचा प्रशंसा पाई।

सोनाली फौगाट ने किसानों को लेकर दिया बड़ा बयान, बोलीं- ये लोग कुछ नहीं बिगाड़ सकते

बैसाखी पर लांच हो रहा है नया गीत

Naveen Punia का नया गीत उसी के गांव लाडवा में बैसाखी के अवसर पर लांच किया जा रहा है। इस नए गीत बाबू तेरा बेटा में नवीन ने अपने संघर्ष से लेकर फौज में जाने तक का सफर दिखाया है। वहीं यह गीत अपने पिता को समर्पित किया है।