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विदेशी बहू अपनी शादी में साथ लाई थी लाखों रुपये का कुत्ता, अब 24 घंटे से परेशान है युवती

बहादुरगढ़ । महंगे पालतू कुत्ते पालने का शौक तो बहुत से लोगों को होता है, मगर कुछ लोगों के लिए कुत्ते घर के सदस्य की तरह हाेते हैं। अगर इन्हें कुछ हो जाए तो पूरा परिवार बेचैन हो जाता है। ऐसा ही एक मामला बहादुरगढ़ में सामने आया है। ओमेक्स सिटी सेक्टर-14 में रहने वाले
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विदेशी बहू अपनी शादी में साथ लाई थी लाखों रुपये का कुत्ता, अब 24 घंटे से परेशान है युवती

बहादुरगढ़ । महंगे पालतू कुत्‍ते पालने का शौक तो बहुत से लोगों को होता है, मगर कुछ लोगों के लिए कुत्‍ते घर के सदस्‍य की तरह हाेते हैं। अगर इन्‍हें कुछ  हो जाए तो पूरा परिवार बेचैन हो जाता है। ऐसा ही एक मामला बहादुरगढ़ में सामने आया है। ओमेक्स सिटी सेक्टर-14 में रहने वाले डाक्टर सौरभ पिछले 24 घंटों से परेशान हैं। वजह है उनके परिवार में सदस्य की तरह रखा गया पोमेरयन डाॅग लापता हो गया। अब परिवार ने डॉग का पता बताने वाले के लिए 10 हजार का इनाम घोषित किया था जिसे बढ़ाकर अब 25 हजार रुपये कर दिया है। परेशान डाक्टर पुलिस से मदद मांगने थाने भी पहुंचे। अभी डॉग का पता नहीं चला है। मगर यह कुत्‍ता कोई आम कुत्‍ता नहीं है। इसे चीन से लाने में भी डेढ़ लाख रुपये खर्च हुए हैं।

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मायके से साथ लेकर आई थी पत्नी

दरअसल इस परिवार के लिए यह केवल डॉग नहीं, बल्कि एक तरह से सदस्य है। डा. सौरभ की पत्नी रिल्ला चीन मूल से हैं। करीब दो साल पहले शादी हुई थी। रिल्ला की मार्च में डिलीवरी होनी थी। इसके लिए वे जनवरी में चीन चली गई थी। वहां पर उन्होंने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद लाॅकडाउन हो गया। तभी से मां-बेटी वहीं पर हैं। इधर, डाक्टर सौरभ के साथ उनका डाॅग (नाम चाऊचाऊ) रहता था। डाक्टर सौरभ दिल्ली के कराला में सरकारी अस्पताल के इंचार्ज हैं। रविवार को रात आठ बजे डॉग घर के नीचे पार्किंग एरिया में था। डा. सौरभ बेड पर लेटे थे। अचानक उन्हें नींद आ गई। जब आंख खुली तो सुबह के चार बज चुके थे।

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आसपास डॉग को न पाकर वे दौड़कर नीचे आ गए मगर पप्पी का पता नहीं चल पाया। तब से ही परेशान हैं। इसका पता चीन में उनकी पत्नी को लगा तो वे भी परेशान हो गई। उन्होंने वहीं से बहादुरगढ़ में एनिमल के लिए काम कर रही गार्जियन ऑफ एंजल्स संस्था के सदस्यों से संपर्क करके इस बारे में मदद मांगी। संस्था सदस्यों ने सोशल मीडिया पर पप्पी का पंपलेट जारी किया । वैसे तो इस नस्ल का डाॅग 10 से 15 हजार रुपये में मिल जाता है। मगर लापता चाऊचाऊ से इस परिवार का दिली जुड़ाव है। डा. सौरभ की पत्नी रिल्ला ने उसे बचपन से पाला है। वे चीन से ही इसे लेकर आई थी। उसे भारत लाने में डेढ़ लाख रुपये खर्च हुए थे।