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गर्मी में बिजली कट का संकट, पंजाब में सियासी घमासान शुरू

HR BREAKING NEWS. पंजाब में गहराए बिजली संकट ने शुक्रवार को बड़ा रूप ले लिया। बेतहाशा गर्मी एवं उमस के बीच राज्य में बड़े पैमाने पर बिजली की कटौती की जा रही है। बिजली की मांग कम करने के लिए कैप्टन अमरिंदर सरकार ने राज्य सरकार के कार्यालयों की काम करने की अवधि कम करने और
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गर्मी में बिजली कट का संकट, पंजाब में सियासी घमासान शुरू

HR BREAKING NEWS. पंजाब में गहराए बिजली संकट ने शुक्रवार को बड़ा रूप ले लिया। बेतहाशा गर्मी एवं उमस के बीच राज्य में बड़े पैमाने पर बिजली की कटौती की जा रही है। बिजली की मांग कम करने के लिए कैप्टन अमरिंदर सरकार ने राज्य सरकार के कार्यालयों की काम करने की अवधि कम करने और ज्यादा खपत वाले उद्योगों में बिजली कटौती का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने सरकारी कार्यालयों से कहा है कि वे बिजली की विवेकपूर्ण खपत करें। राज्य में गहराए इस बिजली संकट पर सियासी वार-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।

राज्य में बिजली की मांग बढ़ी

राज्य के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री अमरिंदर पर निशाना साधा है। बिजली कटौती के खिलाफ शिरोमणि अकाली दल (SAD)और बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने सड़क पर प्रदर्शन किया है। वहीं, भाजपा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यह केवल पंजाब में नहीं बल्कि राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में भी ऐसा ही हाल है। बढ़ती गर्मी की वजह से राज्य में बिजली की मांग काफी बढ़ गई है। गुरुवार को यह मांग 14,500 मेगावाट की रही। इसकी वजह से बिजली की आपूति में 1,330 मेगावाट की कमी रही।

मोहाली में 14 घंटे से ज्यादा बिजली कटौती

मोहाली के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे में 14 घंटे से ज्यादा बिजली की कटौती गई। पटियाला एवं भटिंडा में सात घंटे से ज्यादा जबकि कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, मुख्तसर एवं लुधियान में छह से बारह घंटे तक बिजली की कटौती हुई है। राज्य के ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है। धान की बुवाई के समय किसानों को बिजली की जरूरत है लेकिन उन्हें पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। इसके चलते उनमें राज्य सरकार के प्रति नाराजगी है।

कैप्टन अमरिंदर पर सिद्धू का निशाना

राज्य में उपजे बिजली संकट पर कांग्रेस नेता सिद्धू ने शुक्रवार को सीएम कैप्टन अमरिंदर पर हमला बोलने में देरी नहीं की। उन्होंने सिलसिलेवार ट्ववीट करके राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए।

शिअद-बसपा का प्रदर्शन

राज्य में जारी बिजली संकट पर शिअद और बसपा ने अमरिंदर सरकार पर निशाना साधा। रोपड़ में शिअद और बसपा कार्यकर्ता बिजली कटौती के खिलाफ सड़क पर उतरे और हाथ से बने पंखे चलाकर अपना विरोध जताया।

अमित मालवीय ने कांग्रेस को घेरा

भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि पंजाब में ‘पावर की लड़ाई में राज्य पवार लेस हो गया है।’ भाजपा नेता ने कहा कि पंजाब जैसा हाल राजस्थान और छत्तीसढ़ में भी है।

‘कांग्रेस के शासन में पंजाब की हालत बुरी’

शिअद नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि कांग्रेस के शासन में पंजाब की हालत बुरी हो गई है। राज्य में 10 से 12 घंटे तक बिजली की कटौती हो रही है। किसान की फसल बर्बाद हो रही है। वे बिजली कटौती के खिलाफ सड़क पर हैं।