Pharma Sahi Daam : इस सरकारी ऐप से मिलेंगी बिल्कुल सस्ती दवाएं, समझिए पूरा तरीका

HR Breaking News : नई दिल्ली : 'फार्मा सही दाम' नामक ऐप के जरिए आप अपनी दवाओं का बिल कम कर सकते हैं. इस ऐप को आप Android और iOS दोनों के लिए playstore से डाउनलोड कर सकते हैं।
आइए समझते हैं कि इस ऐप से किस तरह फायदा है। अगर दवाओं के बढ़ते बिल से आप भी परेशान हैं तो यह खबर आपके लिए राहत वाली हो सकती है।
केंद्र सरकार ने हाल ही में उपभोक्ताओं पर branded दवाओं के बोझ को कम करने के लिए ‘फार्मा सही दाम’ नामक ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप को आप Android और iOS दोनों के लिए playstore से डाउनलोड कर सकते हैं। यह राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण द्वारा उपभोक्ताओं को branded दवाओं के सस्ते लेकिन समान गुणों वाले Option का सुझाव देने के लिए बनाया गया है।
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App में डालें दवा का नाम और पाएं बेहद सस्ती
अगर आपका डॉक्टर आपकी बीमारी के लिए branded दवा लिखता है तो आप ऐप में जाकर दवा का नाम टाइप करिए. फिर ऐप आपको branded दवाओं के किफायती विकल्प दिखाएगा जो आप ले सकते हैं. उनके अलग-अलग नाम हो सकते हैं लेकिन औषधीय गुण एक जैसे ही रहेंगे. उनका काम भी एक जैसा ही रहेगा।
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ऐसे समझिए गणित
उदाहरण के लिए, Augmentin भारत में सबसे अधिक बिकने वाली antibiotic दवाओं में से एक है. इस branded दवा की कीमत 10 tablet के लिए लगभग 200 रुपये है।
हालांकि, ऐप पर आपको कम से कम 10 Option मिलेंगे जो 6 capsules के लिए 50 रुपये में एक ही दवा प्रदान करते हैं. इसी तरह, पैन डी, जो अम्लता के खिलाफ उपयोग होती है, इसकी कीमत 15 capsules के लिए लगभग 199 रुपये है. लेकिन इसके विकल्प की कीमत 10 capsules के लिए 22 रुपये है।
33% से अधिक दवाओं पर सरकार का नियंत्रण
भारत में, दवाओं की लागत Toothpaste या साबुन जैसी अन्य वस्तुओं की तरह आपूर्ति और मांग पर निर्भर करती है। भारत में 33% से अधिक दवाओं पर सरकार का नियंत्रण है। सरकार ने आवश्यक दवाओं की सूची बनाई है और उनकी कीमत को नियंत्रण में रखा है।
नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) भारत में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची के तहत आने वाली दवाओं की कीमत तय करती है. भारत में 355 दवाओं और उनके 882 Formulation की कीमतें ड्रग प्राइस control order (DPCO) के तहत तय की गई हैं।