home page

हरियाणा को जयपुर से जोड़ने की तैयारी, एक्सप्रेसवे के आस पास के गांवों को होगा फायदा

नई दिल्ली: हरियाणा को जल्द ही एक और हाईवे (highway) की सौगात मिलने जा रही है। जिसके बाद घंटों का सफर मिनटों में तय होगा और लोगों को जाम में फंसने की बजाए फर्राटे से गाड़ी दौड़ाने में मजा आएगा। 
 | 
Expressway to be built from Haryana to Jaipur

HR BREAKING NEWS : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडक़री की पूरे देश को एक सूत्र में पिरोने की योजना के अंतर्गत ही एक और बड़े एक्सप्रेसवे (expressway) का निर्माण करने की योजना तैयार की गई है।

ये भी जानें हरियाणा के इस हाईवे के किनारे बसाए जाएंगे पांच नए शहर, तैयार हो रही पूरी प्लानिंग


इस प्रोजेक्ट को ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे (Green Field Express) का नाम दिया गया है, जिस पर हजारों करोड़ रुपए का खर्च आएगा। यही नहीं बल्कि इस एक्सप्रेस वे को ग्रीन कॉरीडोर (green corridor) के अंतर्गत बनाया जाएगा वहीं इसके चारों तरफ हरियाली और शानदार सडक़ होगी, जिस पर चलने के बाद ऐसा अहसास होगा, जैसे विदेश की सडक़ों पर कार चल रही हो।


ग्रीनफील्ड हाईवे प्रोजेक्ट


बता दें कि देश के सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Road and Transport Minister) ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे बनाने में अधिक रूचि दिखा रहे हैं। वह देश में चलने वाले सभी सडक़ प्रोजेक्ट को तय सीमा पर ही बनाने के प्रति गंभीर हैं। 
ये ही वजह है कि इन दिनों देश भर में हाईवे के नए नए प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। पूरे देश को एक सूत्र में पिरोने के लिए ही भारतमाला सडक़ प्रोजेक्ट (Bharatmala Road Project) की शुरूआत की गई है, जिसके अंतर्गत देश के अधिकांश राज्यों को समेटा गया है, ताकि लोगों को परिवहन की सेवाओं में किसी भी प्रकार की परेशानी महसूस ना हो। हरियाणा (HARYANA) भी ऐसे प्रोजेक्टों से अधूरा नहीं है। यही वजह है कि हरियाणा में भी कई नए राजमार्ग परियोजनाओं पर काम चल रहा है।

ये भी जानें हरियाणा के इस हाईवे के किनारे बसाए जाएंगे पांच नए शहर, तैयार हो रही पूरी प्लानिंग


नहीं मिलेगा DELHI का जाम


इसके तहत ही अब एक ऐसा राजमार्ग बनाया जा रहा है, जिसके बाद चंडीगढ़ से हरियाणा (Chandigarh to Haryana) के कई शहरों को जोड़ता हुआ राजस्थान के जयपुर (Jaipur) तक बिना दिल्ली के जाम में फंसे यात्रा करना आसान होगा। अभी तक चंडीगढ़ से जयपुर जाने के लिए दिल्ली को हर हाल में पार करना पड़ता है, जिस वजह से लोगों को दिल्ली के जाम में घंटों फंसे रहना पड़ता है।
इससे लोगों का सफर करने का सारा मजा ही किरकिरा हो जाता है। पंरतु इस नए हाईवे के बाद जहां चंडीगढ़ से जयपुर (Chandigarh to Jaipur) का सफर बेहद आसान हो जाएगा, वहीं यह रास्ता तीन से चार घंटे में आसानी से पूरा किया जा सकेगा।

ये भी जानें हरियाणा के इस हाईवे के किनारे बसाए जाएंगे पांच नए शहर, तैयार हो रही पूरी प्लानिंग


कैथल से शुरू होगा नया हाईवे (highway)


बताया गया है कि इस एक्सप्रेस वे (express way) की शुरूआत कैथल-चंडीगढ़ मार्ग पर गांव इस्माईलाबाद के पास से होगी। जोकि तमाम शहरों को पार करता हुआ नारनौल में जाकर समाप्त होगा। वहां से इस एक्सप्रेस वे को दिल्ली-मुंबई प्रोजेक्ट के पास ही पनियाला गांव के पास से जोड़ दिया जाएगा। 


इस तरह से चंडीगढ़ से शुरू होने वाला सफर बिना किसी जाम के सीधे नारनौल (Narnaul) तक जाएगा। वहां से इस हाईवे को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से मिला देने की योजना है, ताकि जो लोग जयपुर की यात्रा करने के लिए निकले हैं, वह बिना किसी परेशानी के अपने सफर को पूरा कर सकें। बताया गया है कि इस हाईवे का निर्माण खेतों के बीच में से किया जाएगा और रिहायशी आबादी से यह दूर होगा। ताकि लोग सफर करते समय ना केवल हरियाली का भरपूर आनंद ले सकें, बल्कि उन्हें सफर करने में भी मजा आए। यह हाईवे पूरी तरह से टोल टैक्स पर आधारित होगा।

 


इन जिलों को मिलेगा फायदा


बता दें कि यह हाईवे (express way) दक्षिण हरियाणा के कई शहरों से होता हुआ निकलेगा। जिसमें प्रमुख तौर पर नारनौल, महेंद्रगढ़ , कनीना, चरखी दादरी तो शामिल होंगे ही , साथ ही राज्य के इन जिलों को भी इस हाईवे का पूरा लाभ मिलेगा, जिनमें भिवानी, रोहतक, महम, कलानौर, सफीदो, जींद और कैथल शामिल हैं।
रोजगार के नजरिए से भी ये जिले काफी लाभांवित होंगे और इन जिलों के युवाओं को इस हाईवे का पूरा लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है। इस हाईवे से हरियाणा के कई शहर कनेक्टिविटी (connectivity) की दृष्टि से भी काफी मजबूत हो जाएंगे और उन्हें एक से दूसरे शहर जाने में आसानी रहेगी।

 


आएगी पांच हजार करोड़ की लागत


बताया गया है कि 227 किलोमीटर लंबे इस हाईवे का निर्माण तेज गति से चल रहा है और इस पर करीब 5 हजार करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। यह भी जानकारी मिली है कि इस हाईवे के निर्माण गति को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह इसी साल जुलाई (JULY) में आंरभ किया जा सकता है। 


हाईवे पर दोनों तरफ 3 ड्राईविंग लेन (driving lane) बनाई जा रही है, ताकि किसी को भी यात्रा करने में परेशानी का अनुभव ना हो। इस हाईवे पर सुरक्षा का भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेशवासियों को इस हाईवे पर आरामदायक सफर करने का अवसर मिले, इसका भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सरकार इस हाईवे को बेहद ही पुख्ता और शानदार सफर के लिए एक मिसाल बनाना चाहती है।

News Hub