रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ किसानों ने कंधों पर जुआ लेकर किया प्रदर्शन

एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार। केंद्र सरकार द्वारा लगातार रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल के दामों में की जा रही बढ़ोतरी के खिलाफ किसान सभा का शुक्रवार को गुस्सा फूटा। तपती दोपहरी में एचएयू के चार नंबर गेट के सामने से लेकर लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया। इस दौरान किसान ट्रैक्टर को बैलों की तरह जुआ हल अपने कंधों पर रखकर रोष जताया। प्रदर्शन का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने किया। प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांग थी कि बढ़ती महंगाई पर रोक लगाई जाए, किसानों को डीजल तेल 50 प्रतिशत सब्सिडी पर दिया जाए, गैस के बढ़े दाम वापिस लिए जाए, खाद, बीज, दवाईयों की बढ़ी हुई कीमतों को वापिस लिया जाए। जिला प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा ने कहा कि खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अनुसार मुआवजा, बीमा कम्पनी एवं कृषि विभाग पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करने, गेहूं की फसल का भुगतान, नहरों में पानी, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी मिले आदि मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा बेमियादी धरना आज 67वें दिन भी जारी रहा। आज धरने की अध्यक्षता रोहतास मलिक ढंडेरी व नरषोत्तम मेजर, प्रधान आदमपुर ने संयुक्त रुप से की। मंच संचालन जिला सचिव सतबीर धायल ने किया।
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पार्क में हुए एकत्रित
लगातार बढ़ रहे दामों के खिलाफ किसान सभा के बैनर तले किसान और अन्य संगठन के सदस्य एचएयू के चार नंबर गेट के सामने एकत्रित हुए। किसान नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि खेती में सबसे अधिक खपत डीजल की होती है। बुआई से लेकर कटाई तक सभी काम मशीनों द्वारा हो रहा है। खेत में पानी लगाना है तो भी इंजन में डीजल डालना पड़ता है। केंद्र सरकार द्वारा पेट्रो पदार्थों के लगातार दाम बढ़ाए जा रहे है। 100 रुपये के करीब डीजल पहुंच गया है। ऐसे में किसान कैसे खेती कर पाएगा। बढ़ रहे दामों के कारण खेती घाटे का सौदा बनती जा रही है। वक्ताओं ने कहा कि रसोई गैस सिलेंडर के दाम भी बढ़ा दिए। इस असर घर की रसोई पर पड़ेगा। पहले की गरीब और मध्यमवर्ग कोरोना महामारी से जूझ रहा है। कोरोना काल में रोजगार छूट गया है। छोटे मोटे काम धंघे बंद हो गए है। ऐसे में बढ़ रहे दामों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है।
कार्यालय के अंदर भाजपा नेता कर रहे थे मीटिंग बाहर हाथों में काले झंडे लेकर किसान कर रहे थे नारेबाजी
पहली बार जुआ हल लेकर किया प्रदर्शन
पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी के साथ ही पहले भी कई राजनीतिक संगठन प्रदर्शन कर चुके है लेकिन किसान सभा का आज का जो प्रदर्शन था वह अपने आप में अनूठा था। किसान अपने कंधों पर जुआ हल डाल कर रस्सी के जरिए ट्रैक्टर को खींच रहे थे। कुछ किसान ट्रैक्टर को धक्का भी लगा रहे थे।
ये रहे मौजूद धरने को क. प्रदीप सिंह, प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा, दलीप सिंह, कृष्ण कुमार सांवत, हनुमान जौहर, रतन सिंह, लक्ष्मण सिंह, वजीर सिंह लाडवा, बलजीत सरसाना, रामस्वरुप, कृष्ण कुमार, देवीलाल, धर्मपाल, कलीराम पंचार, जयलाल, सत्यवान, रामलाल, बलराज, विजय सिंह चील, कृपाराम गोदारा, सुभाष गोदारा, राजेश सिंधु, का. सुनील पृथ्वी गोरखपुरिया, विजेन्द्र भाटोल, राजेन्द्र, उमेद सिंह धानिया, सत्यवान, अजीत, राजीव, राजीव पातड़, नरेन्द्र लाडवा, बलराज आदि ने संबोधित किया।