अफगानी कृषि अधिकारियों व वैज्ञानिकों को तकनीकी कौशल प्रदान करेगा एचएयू : प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज
एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार के चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय जल्द ही अफगानिस्तान के कृषि अधिकारियों व वैज्ञानिकों को तकनीकी कौशल प्रदान करेगा। प्रशिक्षण का आयोजन अमेरिका के वर्जिनिया टैक विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में ऑनलाइन किया जाएगा। यह जानकारी एचएयू के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने युनाइटेड स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट के अधिकारियों व अमेरिका के वर्जिनिया टैक विश्वविद्यालय से जुड़े नूर एम सिद्दक्की से ऑनलाइन बैठक के बाद दी। उन्होंने बताया कि एचएयू की ओर से इंडो-यूएस-अफगानिस्तान अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा जिसमें विभिन्न विषयों को लेकर विश्वविद्यालय के विषय विशेषज्ञ व वैज्ञानिक प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम युनाइटेड स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट के आर्थिक सहयोग से कैटेलाइजिंग अफगान एग्रीकल्चर इनोवेशन प्रोजेक्ट के तहत करवाया जाएगा। इसे विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय मामलों के विभाग व अनुसंधान निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में करवाया जाएगा। कुलपति ने बताया कि बैठक में अफगानी विद्यार्थियों व कृषि अधिकारियों के प्रशिक्षण को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। अनुसंधान निदेशक डॉ. एस.के. सहरावत ने बताया कि प्रशिक्षण का मुख्य विषय कृषि में आधारभूत एवं आधुनिक लैब व फार्म तकनीकों का प्रयोग रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण में खरपतवार प्रबंधन तकनीक, समन्वित कृषि प्रणाली, परम्परागत के साथ आधुनिक कृषि तकनीक व प्रणालियां को समन्वय, खाद्य प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन तकनीक, लैब सुरक्षा की तकनीकों, रसायन में अनुसंधान तकनीकों का प्रयोग सहित विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रतिभागियों के लिए होगा लाभदायक
स्नातकोत्तर अधिष्ठाता एवं अंतरराष्ट्रीय मामलों के इंचार्ज डॉ. अतुल ढींगड़ा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाने हेतू विश्वविद्यालय की ओर से अफगानी कृषि अधिकारियों व वैज्ञानिकोंं के लिए चार प्रशिक्षण आयोजित कर चुका है, जिनमें से तीन ऑनलाइन व एक ऑफलाइन माध्यम से आयोजित किए गए। कोरोना महामारी के चलते तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण को भी ऑनलाइन माध्यम से 28 से 30 जून तक आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण में सीखी गई तकनीक प्रतिभागियों के लिए बहुत ही लाभदायक होंगी और भविष्य में कृषि विज्ञान, कृषि व्यवसाय व स्टार्टअप प्रोजेक्ट को बढ़ावा देने में सहायक होंगी।
