तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में उतरे कई संगठन, शहर में प्रदर्शन कर विरोध जताया

एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार में तीन कृषि कानूनों की मांग को लेकर आठ महीने से आंदोलन कर रहे किसानों को कई संगठनों ने अपना समर्थन दिया। उनके साथ मिलकर कृषि कानूनों के विरोध में शहर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। वहां काफी देर तक सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस प्रशासन द्वारा लघु सचिवालय के दोनों गेट बंद कर दिए। पहले पुलिस बल उसके पीछे आरएएफ के जवान खड़े थे। हालांकि कुछ देर तक किसान गेट के ऊपर खड़े होकर विरोध जताते रहे।
क्रांतिमान पार्क में हुए एकत्रित
सोमवार सुबह शहर के क्रांतिमान पार्क में मीड डे मील वर्कर, सीटू, मजदूर संघ, सफाई कर्मचारी और आंदोलन कर रहे किसान एकत्रित होना शुरू हो गए। वहां पर मौजूद किसान और संगठन से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों के साथ साथ मजूदर और अन्य कर्मचारियों के साथ भी अन्याय कर रही है। किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर आठ महीने से आंदोलन कर रहा है। हरियाणा, पंजाब और यूपी के किसान दिल्ली बार्डर पर बैठे हुए है। सरकार द्वारा 26 जनवरी के बाद से अभी तक किसी प्रकार की कोई वार्ता नहीं की गई। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार किसान ही नहीं बल्कि कर्मचारी और मजदूर विरोधी भी है। सरकार की तरफ से कई विभागों को प्राइवेट कंपनियों को सौंपने की तैयारी कर रही है और कुछ विभागों को सौप भी दिया है।
तपती धूप में प्रदर्शन करते हुए पहुंचे
क्रांतिमान पार्क से प्रदर्शन करते हुए विभिन्न संगठन के सदस्य और किसान लघु सचिवालय की तरफ निकले। तपती धूप में बुजुर्ग महिलाएं भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती हुई जा रही थी। प्रदर्शन करते हुए किसान और अन्य संगठन लघु सचिवालय पहुंचे। प्रशासन द्वारा पहले की दोनों गेट बंद कर दिए। कुछ किसान गेट के ऊपर चढ़ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। काफी देर तक ऐसा ही चलता रहा। उसके बाद गेट के सामने बैठ गए और नारेबाजी करते रहे।