शहीद सुरेंद्र कालीरामण का राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार
एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार। जम्मू-कश्मीर के उरी में शहीद हुए खरखड़ी गांव रहने वाले जवान सुरेंद्र का शव उनके पैतृक गांव में मंगलवार सुबह पहुंचा। शहीद सुरेंद्र जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर आर्मी में जाट रेजीमेंट 5 में तैनात थे। सुरेंद्र कालीरामना आतंकवादियों से लोहा लेते हुए रविवार को शहीद हो गए थे। गांव में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान आर्मी और प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। खरखड़ी गांव के अलावा आसपास के गांवों के ग्रामीण भी मौजूद थे।
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गांव में मातम छाया हुआ है। बता दें कि शहीद जवान सुरेंद्र गत 15 जुलाई को 20 दिनों की छुट्टी पर अपने गांव आया था। 5 अगस्त को वह घर से दिल्ली से फ्लाइट में ड्यूटी के लिए निकल गया था। 7 अगस्त को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के सर्च आपरेशन अभियान के दौरान आतंकवादियों से लोहा लेते हुए सुरेंद्र वीरगति को प्राप्त गया। सुरेंद्र के पिता बलबीर किसान है और गांव में खेती-बाड़ी करते हैं। जब सुरेंद्र छोटा था तब उनकी माता का निधन हो गया था। सुरेंद्र अपनी मातृभूमि को ही अपनी कहता था। जैसे ही सुरेंद्र के शहीद होने की खबर परिवार और गांव को लगी तो पूरे गांव में शोक की लहर टूट पड़ी। । शहीद सुरेंद्र की आठ महीने पहले खटखड़ गांव में शादी हुई थी। ड्यूटी पर जाने से पहले सुरेंद्र पत्नी को ससुराल छोड़कर आया था। आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए खरकड़ी के जवान सुरेंद्र कालीरामना का पार्थिव शरीर मंगलवार को गांव में लाया गया। इसके बाद गांव के श्मशान घाट में पहुंचे यहां पर आर्मी के उच्च अधिकारी और प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचें। गमगीन माहौल में शहीद सुरेंद्र कालीरामना को आखिरी सलामी दी गई । राजकीय सम्मान के साथ शहीद सुरेंद्र का अंतिम संस्कार किया गया।
