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Chanakya Niti : इन चार आदतों वाले लोगों के पास कभी नहीं रूका पैसा, हमेशा रहती है तंगी

आचार्य चाणक्य की नीतियों को अपनाकर सफलता को हासिल कर सकते हैं। आचार्य का कहना है कि जिन लोगों में ये चार आदतें होती हैं वह जीवन में कभी तरक्की नहीं कर पाते हैं और ऐसे लोगों के पास हमेशा तंग रहती है। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं 
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HR Breaking News (ब्यूरो)। आचार्य चाणक्य अपने समय में महानतम शिक्षकों में से एक थे। उन्होंने मनुष्य जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई उपदेश दिए, जो आज भी  लोगों का सही मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने एक नीति शास्त्र की रचना की जो चाणक्य नीति नाम से प्रसिद्ध है। चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने धन की उपयोगिता और उसके महत्व के बारे में विस्तार से बताया है। साथ ही आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में चार आदतों के बारे में जिक्र किया है, जो हमेशा व्यक्ति को गरीबी के रास्ते पर ढकेलती हैं। इन चार आदतों वाला व्यक्ति जीवन में कभी भी अमीर नहीं बन पाता है। ऐसे में आइए जानते हैं उन चार आदतों के बारे में जो सदा इंसान को गरीबी के रास्ते पर ले जाती हैं...  

आचार्य चाणाक्य के अनुसार शरीर को साफ-सुथरा रखने के साथ दांतों और वस्त्रों को भी साफ रखना बहुत जरूरी है। वे लोग जो नियमित तौर पर नहीं नहाते और गंदे कपड़े पहनते हैं, उन पर मां लक्ष्मी की कृपा नहीं बरसती है। ऐसे लोग जीवन भर बीमारियों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं और उसी में उनका सारा पैसा खर्च हो जाता है। 

आचार्य चाणाक्य कहते हैं कि जिन लोगों के अंदर कड़वा बोलने की आदत होती है। वे सदा नकारात्मकता फैलाते हैं। उनके पास कोई नहीं ठहरता। इस वजह से कामयाबी के सभी दरवाजे उनके लिए बंद हो जाते हैं और वे दरिद्रता में जीवन व्यतित करते हैं।

चाणक्य नीति के अनुसार सुबह का समय सबसे कीमती होता है, इसलिए व्यक्ति को हमेशा सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए। वहीं जो लोग सुबह देर से उठते हैं, वे कई बीमारियों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। ऐसे लोगों के ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा नहीं होती है। वे सदा गरीबी में अपना जीवन जीते हैं।

भोजन सभी प्राणी के लिए महत्वपूर्ण है। चाणक्य के मुताबिक सभी लोगों को समय से अपना भोजन करना चाहिए। इससे हमारे शरीर के भीतर जरूरी मात्रा में ताकत और ऊर्जा बनी रहती है। लेकिन कई लोग आवश्यकता से अधिक खाते हैं। ऐसे लोगों का दिमाग हमेशा खाने में ही लगा रहता है, जिसकी वजह से इनके पास धन संचय नहीं हो पाता है।