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UP का ये है सबसे साफ शहर, लखनऊ भी इससे पीछे, देश में 12वां स्थान

UP News - एक सर्वे के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी का ये शहर सबसे साफ सुथरा है। यूपी के इस शहर से लखनऊ भी पीछे है। इससे पहले वर्ष 2021 में उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद दूसरे नंबर पर और देश में 18वें नंबर पर रहा था। नई रैंकिंग से गाजियाबाद के नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों का उत्साह बढ़ा है।
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UP का ये है सबसे साफ शहर, लखनऊ भी इससे पीछे, देश में 12वां स्थान

HR Breaking News, Digital Desk- Swachh Survekshan Ranking 2022:  10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को पीछे छोड़ गाजियाबाद ने प्रदेश में पहला और देश में 12वां स्थान प्राप्त किया है। यह गाजियाबाद की अब तक की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है। इससे पहले वर्ष 2021 में उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद दूसरे नंबर पर और देश में 18वें नंबर पर रहा था। नई रैंकिंग से गाजियाबाद के नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों का उत्साह बढ़ा है।

देश के शीर्ष 15 स्वच्छ शहरों में उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में सिर्फ गाजियाबाद और मेरठ शामिल शामिल हैं। गाजियाबाद 12वें पर और मेरठ 15वें नंबर पर है। पहले नंबर पर फिर से इंदौर ही रहा है। 16 लाख से अधिक आबादी वाले गाजियाबाद को थ्री स्टार रेटिंग मिली है और ओडीएफ प्लस, प्लस घोषित किया गया है।

इन सुविधाओं में 90 प्रतिशत से ऊपर रहा गाजियाबाद

 स्वच्छ सर्वेक्षण में घर-घर जाकर कूड़ा उठाने, सड़कों की सफाई, तालाबों की सफाई, रिहायशी क्षेत्रों की सफाई, बाजारों की सफाई, रिहायशी क्षेत्रों में सड़कों की धुलाई का कार्य में गाजियाबाद को 90 प्रतिशत से अधिक और नालों की सफाई, सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, खुले में कूड़ा डंप न करने पर गाजियाबाद को 75 प्रतिशत से अधिक स्वच्छ माना है।

प्राप्त हुए 5,387 नंबर

सिटीजन वाइस में नगर निगम गाजियाबाद को 2250 में से 1881.98, सर्टिफिकेशन में 2,250 में से 600, सर्विस लेवल में 3,000 में से 2,305.68 अंक गाजियाबाद को दिए गए हैं। कुल 7,500 अंकों में से नगर निगम गाजियाबाद को 5,387.67 अंक प्राप्त हुए हैं।

रंग लाई मेहनत

गाजियाबाद की सफाई व्यवस्था बेहतर करने में पूर्व नगर और हाल ही में गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बनाए गए महेंद्र सिंह तंवर, महापौर आशा शर्मा, शहरवासियों और सफाई कर्मचारियों का महत्वपूर्ण का महत्वपूर्ण रोल रहा। पूर्व नगर आयुक्त ने एक-एक कर शहर में सड़क पर बने 75 कूड़ाघर खत्म कराए।

दो गार्बेज फैक्ट्री भी उनके कार्यकाल में कूड़ा निस्तारण के लिए बनाई गई। तालाबों की सफाई और सड़कों से धूल हटाने के लिए थैले में धूल भरने का अभियान भी उनके कार्यकाल में चला। स्वास्थ्य विभाग के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एमके सिंह और सभी सफाई कर्मचारियों ने नगर आयुक्त के निर्देशन में कार्य कर गाजियाबाद को अब स्वच्छ सर्वेक्षण में अब तक की सर्वश्रैष्ठ रैंकिंग दिलाई, नतीजों से सभी लोग खुश हैं।

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