किसानों ने 23 जुलाई को 3 घंटे के लिए सिरसा बंद करवाने का किया ऐलान, 24 को हिसार में डिप्टी स्पीकर के घेराव की भी तैयारी

HR BREAKING NEWS. डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के घेराव मामले में गिरफ्तार किसानों की रिहाई नहीं होने पर संगठनों ने प्रशासन को नया अल्टीमेटम दे दिया है। किसान संगठनों ने प्रशासन को एक दिन का वक्त देते हुए यह ऐलान कर दिया है कि अगर जल्द किसानों को रिहा नहीं किया गया तो 23 जुलाई शुक्रवार को सिरसा शहर को बंद किया जाएगा। पूरे शहर को सुबह 9 बजे से 12 बजे तक तीन घण्टे के लिए जाम किया जाएगा।
किसान कमेटी की तरफ से प्रहलाद सिंह, विकास सीसर, मन्दीप नथवान, लखविन्द्र लखा, रविन्द्र सिंह ने बताया कि दो बार प्रशासन के साथ मीटिंग हो चुकी है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। किसानों ने बुधवार को 2 घण्टे टोल जाम करके प्रशासन को चेताने की कोशिश की थी लेकिन प्रशासन की तरफ से ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। सिरसा बन्द के अगले दिन हिसार में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के आवास का घेराव किया जाएगा।
अनशनकारी बलदेव सिंह सिरसा की तबीयत नाजुक
किसानों की रिहाई की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से अनशन कर रहे बलदेव सिंह सिरसा की तबीयत लगातार खराब होती जा रही है। अनशन के कारण बलदेव सिंह का आठ किलो तक वजन कम हो गया है इसके अलावा शरीर भी कमजोर हो गया है। बुधवार को उनका स्वास्थ्य जांच करने पहुंची टीम ने उनको अस्पताल में एडमिट करने की सलाह दी है लेकिन सिरसा ने अस्पताल जाने से मना कर दिया।
दिल्ली में किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर संसद घेराव के लिए खेती बचाओ संघर्ष समिति ने मीटिंग करके 5 सदस्य का पहला जत्था दिल्ली के लिए रवाना किया गया। खेती बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष जरनैल सिंह मलवाला ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर संसद मार्च के लिए 22 जुलाई से जो 200 किसानों का जत्था कूच करेगा, उस प्रथम जत्थे में खेती बचाओ संघर्ष समिति के पांच किसान भी संसद कूच में शामिल होंगे। इसी कड़ी में बुधवार को रतिया अजितसर गुरुद्वारे से जत्थेदार गुरचरण सिंह चिम्मो, सरदार केवल सिंह धालीवाल, पूर्व सरपंच भरपूर से दरिया सिंह पूनिया, सरदुल सिंह चिम्मो एवं मिट्ठू सिंह चिम्मों को दिल्ली के लिए रवाना किया गया।