पिता ने बेटी की लव मैरिज करने से नाराज होकर की हत्या, अब कबूल किया जुर्म
HR BREAKING NEWS. एक पिता ने अपनी बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर शव को मेरठ की गंगनहर में फेंक दिया। 19 साल की लड़की ने पिता के 43 वर्षीय दोस्त से 8 माह पहले लव मैरिज कर ली थी। इसी से नाराज होकर पिता ने वारदात को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि युवती ने जिस पड़ोसी से शादी की थी, वह रिश्ते में उसका दादा लगता था। युवती का दादा लगता था।
राई थाने के एसएचओ बिजेंद्र सिंह ने बताया कि पति वेदप्रकाश की शिकायत पर पिता विजयपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतक युवती द्वारा मरने से पहले पति को भेजा वीडियो भी सामने आया है। इसमें युवती यह कहती दिख रही है कि उसे आशंका है कि उसकी हत्या हो सकती है और इसके लिए पिता व रिश्तेदार जिम्मेदार होंगे।
दरअसल, सोनीपत के मुकीमपुर निवासी वेदप्रकाश ने 24 जुलाई को पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने 24 नवंबर 2020 को पड़ोसी व दोस्त विजयपाल की पुत्री कनिका से यूपी के मेरठ में आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। उन्होंने शादी कोर्ट में रजिस्टर्ड भी कराई थी। इसके बाद 26 नवंबर को कनिका पिता के घर पहुंची और शादी के बारे में बताया। इससे परिजन नाराज हो गए और बदनामी के डर से गांव छोड़ दिया।
इसके बाद परिवार रोहतक में रहने लगा। कनिका भी साथ रह रही थी। लेकिन, 3 जून 2021 को कनिका अपनी मर्जी से वेदप्रकाश के घर मुकीमपुर आ गई। इससे पिता की नाराजगी बढ़ गई। पिता ने अपने जन्मदिन की बात कहकर 6 जुलाई को कनिका को लेने कार में मुकीमपुर पहुंचा। आरोप है कि कार में ले जाते समय ही विजयपाल ने रिश्तेदार संग मिलकर कनिका की गला घोंटकर हत्या कर दी। पति का दावा है कि हत्या से पहले कार में ही कनिका ने वह वीडियो बनाकर भेजा था।
कबूलनामा- जेल में सुना कि गैंगस्टर संदीप बड़वासनी की हत्या कर गंगनहर में फेंकने के बाद शव नहीं मिला, इसीलिए उसी तरह का प्लान बनाया
पुलिस पूछताछ में विजयपाल ने कबूल किया कि उसने रिठाल निवासी अपने रिश्तेदार वीरेंद्र के साथ मिलकर बेटी की हत्या की है। उसने बताया कि पुलिस पर हमला करने के मामले में वह तीन साल तक जेल में रहा था। इस दौरान उसने जेल में गैंगस्टर संदीप बड़वासनी की हत्या कर गंगनहर में फेंकने की खबर सुनी थी, जिसमें उसकी लाश नहीं मिली थी। विजयपाल ने इसी तरह बेटी की हत्या करने की प्लानिंग बनाई।
7 जुलाई को विजयपाल का जन्मदिन था। उसने एक दिन पहले कनिका को फोन कर अपने जन्मदिन का यह गिफ्ट मांगा कि वह घर आ जाए। राई थाने के पास से कनिका को वह कार से रोहतक ले जा रहा था। कनिका दोबारा वेदप्रकाश के पास जाने की जिद कर रही थी। इसलिए गांव खेड़ी दमकन के पास बेटी के हाथ पकड़ लिए और वीरेंद्र ने चुन्नी से गला घोंटकर हत्या कर दी। उसी रात उन्होंने गंगनहर में कनिका का शव फेंक दिया था।
