हरियाणा कांग्रेस में कुलदीप बिश्नोई की सोनिया से मुलकात, खींचतान हुई तेज

HR Breaking News, चंडीगढ़ ब्यूरो, Change In Haryana Congress: हरियाणा कांग्रेस में बदलाव के संकेत मिलते ही राााज्के वरिष्ठ नेता सक्रिय हो गए हैं। पार्टी नेतृत्व की कोशिश हरियाणा कांग्रेस को एकजुट रखने की है और पार्टी संगठन में बदलाव की पहल इसको ही ध्यान में रखकर की गई है।
लेकिन, हरियाणा के कांग्रेस नेता आपस में एकजुट रहने की बजाय हाईकमान के दरबार में अपनी गोटियां फिट करने में जुटे हैं। कुलदीप बिश्नोई के पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अन्य नेता भी दिल्ली में सक्रिय हो गए हैं।
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भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पुत्र दीपेंद्र सिंह हुड्डा दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मिले
दरअसल, राज्य कांग्रेस के संगठन में बदलाव की आहट से पहले ही पार्टी के दिग्गज नेता दिल्ली में सक्रिय हो गए थे। लेकिन, गुरुवार को दिल्ली में विधायक कुलदीप बिश्नोई ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की तो सारे नेताओं तुरंत सजग हो गए और अपनी गाेटियां फिट करने में जुट गए। अब पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पुत्र दीपेंद्र हुड्डा भी पार्टी के केंद्रीय नेताओं से मिल रहे हैं।
इस बीच हुड्डा समर्थक कई विधायकों ने भी दिल्ली में डेरा डाला दिया है। ये नेता भी सोनिया गांधी और राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलेंगे। इनमें से एनआइटी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक नीरज शर्मा तो इस सप्ताह सोनिया गांधी सहित वेणुगोपाल दोनों से मिल चुके हैं। बताया जा रहा है कि नीरज शर्मा अपने भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए मुद्दे के बहाने केंद्रीय नेताओं से मिल रहे हैं, लेकिन बताया जाता है कि इस दौरान उन्होंंने संगठन में बदलाव को लेकर चर्चा भी की है।
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बता दें कि 25 मार्च को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा कांग्रेस के 11 दिग्गज नेताओं को दिल्ली अपने आवास पर बुलाकर एकजुट रहने की नसीहत दी थी। इसके बाद एकजुट रहने की बजाय ये नेता संगठन में बदलाव को लेकर सक्रिय हो गए। हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा के विरोधी हुड्डा गुट से लेकर कुलदीप बिश्नोई भी यह मानकर चल रहे हैं कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बदलाव होगा।
प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल ने जब से हाईकमान को बदलाव संबंधी चार विकल्प दिए हैं, तब से तो यह चर्चा और तेज हो गई है। इस बीच, कुमारी सैलजा के इस्तीफा देने की पेशकश की चर्चा भी कांग्रेस खेमों में है। दूसरी तरफ सैलजा समर्थक अब यह खुलकर कहने लगे हैं कि बहुत जल्द प्रदेश कांग्रेस संगठन की घोषणा होगी। इसमें तीन से चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं।