गुरुग्राम में अनिल विज ने की नगर निगम की हाउसिंग मीटिंग, अधीक्षण अभियंता के बीच में मीटिंग छोड़ जाने पर किया सस्पेंड

एचआर ब्रेकिंग न्यूज़। गुरुग्राम में हुई नगर निगम की हाउसिंग मीटिंग को बीच में छोड़ जाने पर गृह मंत्री अनिल विज ने अधीक्षण अभियंता को किया सस्पेंड कर दिया। दरससल, गृह मंत्री गुरुग्राम में पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों की बैठक लेने के बाद वहां उपस्थित मीडिया के लोगों से बातचीत कर रहे थे। जब पत्रकारों ने नगर निगम के मेयर व अधीक्षण अभियंता के बीच चल रहे विवाद पर सवाल पूछा तो अनिल विज बोले, गुरुग्राम नगर निगम की मेयर ने उन्हें बताया कि संबंधित अधीक्षण अभियंता से उनके कुछ सवाल थे, लेकिन सवालों का जवाब देने की बजाय वे मीटिंग से उठकर चले गए।
ये एक गंभीर मामला है और एक तरह से हाउसिंग मीटिंग का अपमान है। आगे उन्होंने बताया कि, संबधित एसई रमेश शर्मा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश दे दिए हैं।
अनिल विज ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, किसानों के साथ बातचीत चल रही है। हर आदमी को यहां अपनी बात रखने का और आवाज उठाने का अधिकार है। इसके लिए आप किसी को रोक नही सकते है। उनकी जो भी मांगे हैं हमारे अधिकारी उनसे बातचीत कर रहे हैं। बातचीत से जो भी नतीजा निकलेगा उसके बारे में बता दिया जाएगा।
लगभग 3 घंटे तक अनिल विज ने गुरुग्राम में हर पुलिस उपायुक्त के कानून व्यवस्था के क्षेत्र की जानकारी ली, उन्होंने खासतौर पर जघन्य अपराध की स्थिति के बारे में रिपोर्ट मांगी है। हर एक डीसीपी से पूछा गया कि उसके क्षेत्र में जघन्य अपराधों के कितने केस लंबित हैं और उसके पीछे का कारण क्या हैं। साथ ही उन्होंने पुलिस उपायुक्तों को नर्दिेश दिए कि वे सप्ताह में कम से कम एक पुलिस थाने को अवश्य चैक करें और वहां पर रजिस्टर में एंट्री भी करें।
गृह मंत्री ने आदेश दिया है कि पुलिस अधिकारियों को हर रोज अपने कार्यालय में प्रातः 11 बजे दोपहर 12 बजे तक जनता दरबार लगाना है और दरबार में मिलने वाली शिकायतों का रजस्टिर या कम्प्यूटर में डाले करें। साथ ही सबकुछ रिकॉर्ड पर होना चाहिए और जिस शिकायत पर केस दर्ज हो सकता है, उस पर तत्काल मामला दर्ज करें और जो रिजेक्ट होती हैं तो उसके बारे में भी शिकायतकर्ता को सूचित करें।