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बड़ी उम्र की महिलाओं के पांव छूए है किसी से माफी नहीं मांगी, लोगों का समर्थन नहीं मिला इसलिए चले गए प्रदर्शनकारी

एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार के जीजेयू में गत 10 जुलाई को भाजपा की कार्य समिति की बैठक के बाद बाहर प्रदर्शन कर रही महिलाओं की तरफ अश्लील इशारे करने के मामला एक बार फिर चर्चा में है। घटना के बाद से रोहतक में भाजपा के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के आवास के बाहर धरने पर
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बड़ी उम्र की महिलाओं के पांव छूए है किसी से माफी नहीं मांगी, लोगों का समर्थन नहीं मिला इसलिए चले गए प्रदर्शनकारी

एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार के जीजेयू में गत 10 जुलाई को भाजपा की कार्य समिति की बैठक के बाद बाहर प्रदर्शन कर रही महिलाओं की तरफ अश्लील इशारे करने के मामला एक बार फिर चर्चा में है। घटना के बाद से रोहतक में भाजपा के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के आवास के बाहर धरने पर बैठे किसानों ने देर रात को धरना समाप्त कर लिया। किसानों ने कहा कि भाजपा नेता मनीष ग्रोवर ने महिलाओं के पांव छू कर माफी मांगी है। वहीं दिन में भाजपा नेता मनीष ग्रोवर ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि उसने बड़ी उम्र की लोगों के पांव छूए है किसी ने माफी नहीं मांगी। धरने पर बैठे लोगों को रोहतक की जनता से सहयोग प्यार और स्नेह नहीं मिला इसलिए यहा से चले गए।

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ये बोले भाजपा नेता

रोहतक के जिलाअध्यक्ष अजय बंसल की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। जिसमें कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष को पावर दे दी। ये एक व्यक्ति का विवाद नहीं है ये पार्टी का विवाद है। क्योंकि मैं हिसार में कार्यसमिति की बैठक में गया हुआ था। उसके बाद से ये विवाद मीडिया के माध्यम से चला आ रहा था। और वो लोग मेरे खिलाफ विरोध, क्षमा याचना के लिए, मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए कर ररहे थे। वे हिसार से चलकर रोहतक आकर बैठे है। उन्होंने यहां रोहतक में बैठकर धरने पर कहा मनीष कुमार ग्रोवर माफी मांगे। खेद प्रकट करें और धरने पर आए। मेरा स्टैंड आज भी वहीं था न मैं धरने पर जाऊंगा, न मैं माफी मांगूगा, खेद मैने पहले की प्रकट कर दिया था। क्यूं खेद किया था कि रोहतक के अंदर कोई ऐसा विवाद न खड़ा हो जिससे कारण यहां के लोगों को कोई परेशानी हो। उस नाते मैंने खेद कर दिया। उस खेद को वो हिसार वाले कमजोरी समझ बैठे। पंरतु आए उनको रोहतक की जनता का प्यार और स्नेह नहीं मिला। क्यूंकी वो मेरे पे झूठा आरोप लगा रहे थे। इसलिए मैं रोहतक की जनता का विशेष तौर से धन्यवाद करता हूं की रोहतक की जनता ने उनका साथा नहीं दिया। इसलिए उनको समझ आया और धरने पर बैठे लोगों ने प्रशासन से बात की और प्रशासन ने हमारें पार्टी के जिलाध्यक्ष से बात की और जिला अध्यक्ष ने अपनी कमेटी बनाई और उनसे बात की। दिनभर कमेटी बात करते हुए जब प्रशासन के लोग जिला अध्यक्ष के पास गए और जिला अध्यक्ष हमारे सतीश, राज शर्मा, ऊषा शर्मा, सभी मोर्चां और प्रकोष्ठ के साथ चर्चा करेंगे फिर उनको रेस्ट हाऊस में बुलाया गया। रेस्ट हाऊस में दोनों धरना के लोग, प्रशासन के लोग और हमारे पार्टी के जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में बैठे। बैठकर उन्होंने बातचीत की और एक अच्छे तरीके से उन्होंने बात करकें उस वाद विवाद को खत्म किया और मेरे पास फोन आया और मैं गया। मैं 10-15 मिनट बैठा होगा बैठने के बाद कहा चला और हम चल पड़े और चलने के बाद हमारे बीच में जो कामरेड इंद्रजीत ने कहा कि एक बार बहनों से मिल लो। मैंने कहा चलो मिल लेता हूं। जब वो बहने आई कमरे में वो मुझे एक मां के जैसा लगा कि वो बड़ी उम्र की थी। कोई 75 साल की थी कोई 80 साल की थी। तो कोई 85 साल की थी। बड़ी उम्र की थी। अब मुझे ये लगा कि जो ये बात कर रहे है अश्लील हरकत मैने इनके सामने की ये तो मेरी मां जैसी है। ये इनको बता रहे थे बहन है औरत है। जब मुझे मां जैसी नजर आए तो उसके बाद मेरी एक मानवता भी कहती है। क्योंकि हमारा हिन्दू समाज बड़ो की इज्जत करने वाला है। मुझे संस्कार भी मां बाप ने ऐसे दिए है। मेरे संगठन के संस्कार भी ऐसे है कि बड़ो की इज्जत करना मैने वो उनके पैर छूएं और हम भी बाहर चले गए। और वो भी। बाकी दोनों लोगों ने मीडिया के सामने रात को बात भी की।

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सभी के पास फोन थे किसी के पास माफी का कोई वीडियो हैं

देखों मेरे मित्रों आप भी लंबे समय से न्यूज उठाते हो, लोगों से चर्चाएं करते हो, कहीं न कहीं वो बात आपके कैमरे में आई होगी माफी वाली। किसी ने देखा भी होगा सुना भी होगा। लेकिन किसी ने न देखा और न सुना। अंदर कम से कम 20-25 लोग थे जिनके हाथों में मोबाइल फोन थे। किसान नेताओं के हाथों में भी मोबाइल फोन थे। एक मिनट में सबकी बात रिकॉर्ड हो जाती है उसकी फिल्म बन जाती है । देखा, मैने कहा जो बता मैने पहले की आज भी उसी पार्टी का आदेश् मानता हूं पार्टी ने कहा इस काम को शहर के हित में और शहर में ऐसा विवाद न हो इस वजह से इसको है बैठकर प्रशासन के साथ मिलकर सुलझा लेते है।

मैं यहां से वीडियो के माध्यम से संदेश दे रहा हूं कि मेरे रोहतक शहर में कोई दिक्कत न हो। मेरे रोहतक जिले में कोई दिक्कत न हो। उसको उन्होंने कमजोरी समझ लिया। इसलिए जो भी छोटी मोटी जो घटना होती है उसमें आमजन को दिक्कत आती है और मैं दिक्कत देने वालों में नहीं हूं। रात को रोहतक जिला के किसान नेता भी बैठे थे। उन्होंने स्पष्ट कहा हमने इनको नहीं बुलाया हमने रोका मत आओं। हिसार के लोगों ने उनका माइंडवास कर दिया कि आप जाओं। और उनकी छवि खराब करके आओं।

देखों में आपके सच्चाई बताऊं की रात के विषय में ऐसा अभी ठीक नहीं परन्तु जो मुझे लगता है कि मेरे छवि को खराब करने के लिए हिसार से चलकर यहां आए है।

किसान खेत में है किसान अपने घर बैठटा है। कल की घटना लगा लो सिरसा के अंदर जिस तरफ राकेश टिकेत वहां गए उनको छुड़वाने वहां गए जिन्होंने रणबीर गंगवा पर हमला किया हुआ था जानी हमला किया था। लाठियों से पत्थरों से हमला किया गया था। वो किसान होते है क्या वो किसान नहीं होते। किसान बहुत मेहनती है हल चलाने वाला है। और हथियार उठाने वाला नहीं है। वो पत्थर उठाने वाला नहीं है वो तलवार उठाने वाला नहीं है। मैं समझता हूं कुछ लोग शरारती तत्व है।