कल भाजपा छोड़ी, आज गिरफ्तारी वारंट जारी
Swami Prasad Maurya: उतर प्रदेश सरकार में श्रम मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य(Swami Prasad Maurya) के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी हुआ हैं. ये वारंट सात साल पुराने केस में जारी हुआ है, Swami Prasad Maurya पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप है.
उत्तर प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ गया है. मंगलवार को योगी कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य(Swami Prasad Maurya) के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी हुआ है.
उन्हें पडरौना-एमपीएमलए कोर्ट ने 24 जनवरी को पेश करने के आदेश दिए हैं. यह वारंट 7 साल पुराने केस में जारी हुआ है जिसमें उन पर धार्मिक भावना भड़काने का आरोप है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीएसपी में रहते हुए पूजा न करने का बयान दिया था।
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स्वामी प्रसाद मोर्य (Swami Prasad Maurya) के खिलाफ धार्मिक भड़काने का ये मामला सात साल पुराना साल 2014 का है, जब वे बसपा में हुआ करते थे. इस पार्टी में रहते हुए उन्होंने हिन्दू-देवी देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और अपने समर्थकों से पूजा नहीं करने के लिए कहा था।
तभी से उनके खिलाफ यह मामला चल रहा है. हम आपको बतादें कि स्वामी प्रसाद मौर्य(Swami Prasad Maurya) ने समाजवादी पार्टी में शामिल होने का ऐलान कर दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य(Swami Prasad Maurya) ने कहा कि मैं 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी में शामिल होऊंगा.
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मेरे पास किसी छोटे या बड़े राजनेता का फोन नहीं आया है. अगर वे समय पर सतर्क होते और सार्वजनिक मुद्दों पर काम करते, तो भाजपा को इसका सामना नहीं करना पड़ता.