अब महिलाएं संभालेंगी हरियाणा रोडवेज की कमान, परिचालक और चालक के लिए आवेदन

HR BREAKING NEWS : कई सरकारी और निजी संस्थानों में अपनी कार्यकुशलता की छाप छोड़ चुकी महिलाएं अब पहली बार हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways Department) में भी महिलाएं चालक व परिचालक के रूप में देखने को मिल सकती है. कौशल रोजगार के तहत हरियाणा सरकार द्वारा प्रत्येक डिपो द्वारा नए चालकों व परिचालकों की सूची मांगी गई थी.
किसान भाईयों के लिए जरूरी सूचना एक पेड़ से कमा सकते हैं 6 लाख रुपये, जानिए खेती का तरीका
जिसके बाद सिरसा डिपो द्वारा 15 मार्च तक आवेदन की तिथि निश्चित की थी. जिसमे कुल 2 हजार 98 चालक व 2 हजार 336 परिचालकों ने आवेदन दिया. इन आवेदनों में 9 महिलाओं द्वारा चालक व 17 महिलाओं द्वारा परिचालक पद के लिए आवेदन दिया हैं. जिन्हें ट्रेनिंग के बाद ड्यूटी पर भेज दिया जाएगा. सिरसा बस स्टैंड डिपो संस्थान प्रबन्धक रत्न लाल ने बताया की कौशल रोजगार के तहत नए चालक व परिचालकों की सूची हरियाणा सरकार द्वारा मांगी गई थी.
किसान भाईयों के लिए जरूरी सूचना एक पेड़ से कमा सकते हैं 6 लाख रुपये, जानिए खेती का तरीका
जिसमें से 9 महिला चालक व 17 महिला परिचालकों द्वारा आवदेन भी आये है. उन्होने बताया की हालांकि आवेदन की तिथि 15 अप्रैल तक रखी गई थी. जिसे अभी रोक दी गई हैं. उन्होंने बताया की जैसे ही हमें ऊपर से आर्डर मिलेंगे उसी के अनुसार आगे जितने आवेदन हमारे पास प्राप्त होगी. उनकी सूची बनाकर आगे डिपार्टमेंट को भेज दी जाएगी. जिसके बाद इन्हें ट्रेनिंग देकर प्रमाण पत्र दे दिया जाएगा ओर सरकार को जहां-जहां जरूरत होगी उसी अनुरूप इन सब की ड्यूटियां लगा दी जाएंगी.
पहली महिला बस चालक पंकज देवी को किया सम्मानित
पिछले करीब 12 सालों से बस का स्टेयरिंग थामने वाली प्रदेश की पहली महिला बस चालक जिला के गांव मेहनाखेड़ा निवासी पंकज देवी पुत्री भागीराम को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में शुक्रवार को प्रथम स्व. पर्रीकर अवाॅर्ड 2019 से सम्मानित किया गया। दिल्ली टेलेंट इन इंडिया ग्रांड फिनाले के तहत उक्त कार्यक्रम सिविल लाइन दिल्ली के शाह ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में हरियाणा से सम्मानित होने वाली बस चालक पंकज देवी एकमात्र महिला थी।
किसान भाईयों के लिए जरूरी सूचना एक पेड़ से कमा सकते हैं 6 लाख रुपये, जानिए खेती का तरीका
कार्यक्रम में जज की भूमिका में कई जाने माने टीवी कलाकार व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। पुरस्कार देने वाले अधिकारियों ने पंकज देवी के जज्बे की तहदिल से सराहना की और उन्हें भविष्य में भी सरकार की ओर से पुरस्कृत व सम्मान देने का आश्वासन दिया।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रदेश की पहली महिला बस चालक पंकज देवी को प्रदेश के सीएम मनोहरलाल खट्टर, भाजपा नेत्री सुनीता दुग्गल व दर्जनों बार जिला प्रशासन सम्मानित कर चुका है। इस दौरान पंकज देवी ने कहा कि महिलाएं भी वर्तमान समय में किसी से कम नहीं हैं। जरूरत है तो बस उन्हें अपने हुनर को बाहर निकालने की। महिलाओं को पुराने ख्यालात से बाहर आकर समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए, ताकि वे अपने पैरों पर खड़ी हो सकें।
40 छात्राओं को दे चुकी है बस चलाने की ट्रेनिंग
गांव मेहनाखेड़ा निवासी पंकज देवी को शुरू से ही वाहन चलाने का शौक था। शुरूआत में अपने खेतों में वह ट्रैक्टर चलाती थी। इसके बाद धीरे-धीरे बस का स्टेयरिंग थाना। वर्ष 2007 से लेकर पिछले करीब 12 सालों से पंकज देवी महिला कॉलेज की बस में छात्राओं को घर से लेकर आती है और छुट्टी के बाद उन्हें वापस छोड़कर आती है। अहम बात ये है कि बस चलाने के साथ-साथ पंकज देवी करीब 40 छात्राओं को भी चालक की ट्रेनिंग दे चुकी हैं।