Corona in india – क्या आप भी रहते है खांसी, जुकाम और बालों के गिरने की समस्या से परेशान तो घबराएं नही सेवन करें एलोवेरा फायबर्स जूस

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क्या आप भी सांसी, जुकाम और बालों के गिरने की समस्या के अलावा मोटापा, डायबिटीज, ब्लड – प्रैशर, कब्ज, जोड़ों के दर्द, लीवर के रोग, नसों के रोग, टीबी, पाचन तंत्र, माइग्रेन, आंखों की बीमारियां, किडनी के रोग इत्यादि से परेशान है तो अब घबराने की जरूरत नही है। एलोवेरा फायबर्स जूस इन सभी बीमारियों से छुटकारा दिलाने के लिए वरदान साबित हो सकता है। एलोवेरा फायबर्स जूस बच्चें, बूढ़े, महिलाओं – पुरूषों एंव बीमार व्यक्तियों के लिए वरदान साबित हुआ है।

जानिए एलोवेरा फायबर्स जूस को लेने की क्या है विधि – सुबह उठने ही 250ml पानी में डालकर एंव रात को खाने के 2 घंटे बाद 30ml को 250ml पानी में डालकर पीना चाहिए। एलोवेरा डॉक्टर्स द्वारा बताई गई दवाओं से मिलकर कोई दुष्प्रभाव नही करता है।
जानिए किन किन से मिलकर बना है एलोवेरा फायवर्स जूस
- एलोवेरा : एलोवेरा को घीक्वार, ग्वारपाठा और क्वारगंधल भी कहते हैं। इसका वर्णन सभी प्राचीन ग्रन्थों में मिलता है। मिन की महारानी क्लिओपैट्रा अपने सौन्दर्य प्रसाधन के रूप में, महान योद्धा सिकन्दर अपनी घायल सेना के इलाज में एवम् महात्मा गांधी जी दैनिक आहार के रूप में प्रतिदिन इसे इस्तेमाल करते थे। एलोवेरा की 300 प्रजातियां पाई जाती हैं। लेकिन केवल 4 प्रजातियों में 90% से 100% औषधीय गुण हैं। इसमें एक प्रजाति, जिसका नाम एलो बारबेडैन्सिस मिलर है, जिसमें 100% औषधीय गुण पाए जाते हैं एवं सबसे उत्तम मानी जाती है, वह इस जूस में इस्तेमाल की जाती है। एलोवेरा में 200 से अधिक न्यूट्रिएन्टस होते हैं, जिनमें 20 अनिवार्य मिनरल्स, 8 अनिवार्य एमीनो एसिड्स, 14 सैकेन्डरी एमीनो एसिड्स, एनजाईम्स तथा 12 तरह के विटामिन विद्यमान हैं। एलोवेरा संसार का सबसे बेहतरीन एंटी-बॉयोटिक, एंटी-सैप्टिक, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-एजिंग, एंटी-डीसिज, एंटी-वायरल, एंटी-स्ट्रैस, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-टॉक्सिक, एंटी-एलर्जिक, रोगाणु एवम् कीटाणुओं को नष्ट करने वाला एवं ज्वरनाशक है। इसलिए एलोवेरा को हर तरह के रोगों को नष्ट करने वाला पौधा कहा जाता है। आज अधिकतर बीमारियों का कारण पेट की आँतों का साफ न होना है। एलोवेरा में पाये जाने वाले लिगनिन्स (Lignins) तथा सैपोनिन्स (Saponins) हमारी आँतों में जमे हुये विषैले तत्व (Toxins) को साफ करके आँतों को शक्ति प्रदान करते हैं। एलोवेरा हमारे शरीर की सभी छोटी बड़ी नस-नाड़ियों की सफाई करता है, कोशिकाओं में नई शक्ति और स्फूर्ति पैदा करता है। एलोवेरा एक अद्भुत आहार भी है और औषधि भी। यदि आप दवाओं व रोगों से रहित बेहतरीन जीवन जीना चाहते हैं तो एलोवेरा का नियमित सेवन करते रहें।
- आँवला : आँवला पौष्टिक गुणों से भरपूर है। यह विटामिन सी का उत्तम स्त्रोत है। एक ताजे आँपले में 20 संतरों के बराबर विटामिन होते हैं। यह शरीर को स्वास्थ्यवर्धक और सुन्दर बनाता है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट एंजाइम होते हैं और बुढ़ापे को रोकता है। ऐसा कहा जाता है कि अन्य किसी जड़ी-बूटी में आँवला जैसे औषधीय गुण नहीं होते जैसेः- रोग-प्रतिरोधी और रक्त शोधक आदि।
- तुलसी : तुलसी सर्वरोग नाशक है एवम् अति उत्तम औषधि है।
- अदरक : इसरो स्वास्थ एवम् यौवन बरकरार रहता है। पाचन भली-भान्ति होता है और गैरा उत्पन्न नहीं होती एवं भूख खुलती है।
- स्टीविया : स्टीविया संसार का सबसे बढ़िया मीठे का स्त्रोत है. यह चीनी से 300 गुणा अधिक मीठा होता है। इसमें जीरो कैलरी, जीरो काबोहाईड्रेट एवं जीरो फैट है यह एंटी बैक्टीरियल, एंटी-वॉयरल, एंटी-फंगल है। इसमें कई तरह के न्यूट्रीयेंटस हैं। मोटापा घटाने, कोलेस्ट्रोल, शूगर, ब्लड प्रेशर में लाभदायक है।
जानिए एलोवेरा फायबर्स जूस किन बीमारियों में है लाभदायक
- मोटापा, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल एवं हृदय की बीमारियां। कैंसर, रेडियो एवम् कीमोथैरेपी, त्वचा के रोग व कील-मुंहासे ।
- खाँसी-जुकाम, अस्थमा, बालों का असमय सफेद होना एवम् गिरना। मसूढ़ों से खून आना, सनबर्न, इरीटेबल बाऊल सिंड्रोम ।
- कब्ज, जोड़ों का दर्द, सायटिका का दर्द एवं सर्वाइकल ।
- एलोवेरा लीवर को शराब से होने वाली हानियों से बचाता है।
- अल्सर, लीवर के रोग, नसों के रोग, निमोनिया।
- एलोवेरा वीर्य, यौन शक्ति, इच्छा, क्षमता, प्रसन्नता एवं स्टैमिना को बढ़ाता है।
- टी.बी., पाचन तंत्र के रोग, माईग्रेन, ब्रोन्काईटस, पथरी एवं बवासीर । • एलोवेरा स्त्रियों का मित्र एवं स्त्रियों के लिये वरदान है। यह ल्यूकोरिया को रोकता है,
- आँखों की बीमारियां, किडनी के रोग, पीलिया (हेपेटाइटस)।
- गर्भधारण क्षमता को बढ़ाता है तथा मासिक-चक्र को नियमित करता है।