कोर्ट तक पंहुचा ख़राब सीवरेज व गंदे पानी का मामला, परमानेंट लोक अदालत में दायर होने वाला ऐसा पहला केस

एचआर ब्रेकिंग न्यूज़। रोहतक जिले के कोर्ट में पहली बार ख़राब सीवरेज और गंदे पानी को लेकर याचिका दायर की गई है। रोहतक शहर के प्रेम नगर में ख़राब सीवरेज और गंदे पानी को लेकर लोगों ने कोर्ट में याचिका दायर की। यह ऐसा पहला मामला है जो पीएलए (परमानेंट लोक अदालत) में पंहुचा है।
सोमवार 27 सितम्बर को इस मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी थी लेकिन किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के कारण अधिवक्ताओं ने वर्क सस्पेंड रखा। इस दौरान कोर्ट का कामकाज पूरी तरह बंद रहा और ख़राब सीवरेज और गंदे पानी को लेकर सुनवाई नहीं हो पाई। अगली सुनवाई के लिए कोर्ट की तरफ से 4 अक्टूबर की तारीख दी गई है।
जिला रोहतक के प्रेम नगर निवासी जगदीश सिंह खत्री ने कॉलोनी में गंदे पानी और ख़राब सीवरेज को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की है। इस तरह का यह पहला मामला है जो कोर्ट में पंहुचा है। इसी वजह से अधिवक्ता जगदीश कोर्ट पहुंचे लकिन भारत बंद के चलते काम ससपेंड था। कोर्ट की तरफ से सुनवाई के लिए 4 अक्टूबर की तारिख दी गई है। सुनवाई के दिन अधिवक्ता को गंदे पानी के सैंपल अपने साथ लेकर आने को कहा गया है।
साथ ही प्रेम नगर के लोगों ने गंदे पानी के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने विभाग के प्रति नाराजगी जताते हुए जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन में स्थानीय लोगों के साथ कैसे लड़ रहे अधिवक्ता भी शामिल थे।
अधिवक्ता के प्रेम नगर स्थित आवास पर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी देर रात तक पहुंचे। अधिकारियों ने तीन दिन की मोहलत मांगी। यह भी कहा कि तीन दिन के अंदर दूषित पानी की आपूर्ति से पूरी तरह से निजात दिला दी जाएगी। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जिस वक्त अधिवक्ता के घर पहुंचे, उस दौरान वह सेक्टर-6 स्थित अपने रिश्तेदार के घर से शुद्ध पानी लेकर आए थे। इन्होंने बताया कि कैंपर के पानी की कोई गारंटी नहीं। इसलिए रिश्तेदारों के घर से पानी भरकर लाते हैं। अधिवक्ता ने कहा कि अधिकारी यदि झूठे साक्ष्य देंगे और जनता को भ्रमित करने की कोशिश करेंगे तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी देर रत जगदीश सिंह खाहतरी के घर पहुंचे। जब अधिकारी उनके घर पहुंचे तो अधिवक्ता ने उन्हें बताया कि वहवे अपने रिश्तेदारों के घर से पानी भरकर लाते है। अधिकारीयों ने अधिवक्ता से तीन दिन की ममोहलत मांगी और कहा कि इन तीन दिनों में गंदे पानी की आपूर्ति से पूरी तरह से निजात दिला दी जाएगी। जगदीश सिंह ने कहा कि अगर अधिकारी झूठा वादा किया और जनता को गुमराह करने की कोशिश की तो उन्हें बख्शा नहीं जायेगा।