Haryana Agriculture News किसानों के लिए खुशखबरी, मिलेगा टैंक बनाने का लाभ, अप्रैल में शुरू होगी योजना
HR Breaking News, फतेहाबाद। इस बार फतेहाबाद के किसान जो परंपरागत खेती करते है। उनको बड़ी संख्या में पानी के टैंक बनाने पर अनुदान दिया जाएगा। किसान के पास एक हेक्टेयर से अधिक जमीन होनी चाहिए। गत वर्ष ट्रायल बेस पर योजना शुरू की थी। जिसके तहत जिले में पांच टैंक बनाए गए थे।
इस बार सरकार ने इस योजना को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने बजट में प्रावधान किया है। संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि योजना फतेहाबाद व सिरसा जिले के लिए स्पेशल तौर पर शुरू हुई है। इस बार जिले में 100 के करीब किसानों को टैंक बनाने पर अनुदान दिया जाएगा। आवेदन की प्रक्रिया अप्रैल महीने के आखिर में शुरू होगी।
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दरअसल, पिछले कुछ वर्षों से भाखड़ा बांध में पानी की कमी पिछले कुछ वर्षों से साफ देखने को मिल रही है। किसानों को खेती के लिए जरूरत के हिसाब पानी से नहीं मिल रहा। इससे खेती करना मुश्किल होता जा रहा। नहरी पानी के अभाव में ट्यूबवेल से खेती करने से भूमि खराब हो रही है।
किसानों की इसी परेशानी को दूर करने के लिए अब सरकार ने सूक्ष्म सिचाई योजना लांच की थी। इसके तहत पहली बार परंपरागत खेती करने वाले किसानों को जल संरक्षण के लिए टैंक बनाने अनुदान दिया जाएगा। इससे किसान बारिश व नहर का पानी संरक्षित करते हुए सूक्ष्म सिचाई से खेती करते हुए अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
3 लाख 40 हजार तक मिलेगा अनुदान
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरकार पहले सिर्फ किसानों को बागवानी करने पर ही टैंक बनाने पर सरकार अनुदान देती थी। लेकिन अब परंपरागत खेती करने वाले किसानों को भी टैंक बनाने पर अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा लाखों रुपये सूक्ष्म सिचाई में प्रयोग होने वाले ड्रिप, फव्वारा पर भी अतिरिक्त अनुदान मिलेगा।
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इसके लिए जो किसानों 5 एकड़ से अधिक में सूक्ष्म सिचाई की खेती करना चाहते हैं वे अप्रैल के आखिर में आवेदन कर सकते है। गत वर्ष काडा के पोर्टल पर आवेदन मांगे गए थे। इस बार भी आवेदन मांगे जाएंगे। हालांकि इसमें काडा के अलावा कृषि, सिंचाई विभाग को भी शामिल किया हुआ है। गत वर्ष पांच एकड़ के किसान को टैंक बनाने पर 3 लाख 40 हजार रुपये तक अनुदान दिया गया था। इस बार इसमें बढ़ोतरी होगी
छोटे किसानों को मिलेगी बड़ी मदद : डीडीए
प्रदेश सरकार ने गत वर्ष किसानों के लिए योजना शुरू की थी। इस बार इसका बजट में विशेष प्रावधान है। काटन की खेती को बढ़ावा देने वाली योजना है। किसान ड्रिप से खेती करते है तो कम पानी में अधिक पैदावार ले सकते है। सरकार ने किसानों के हित में योजना शुरू की।
- डा. राजेश सिहाग, उपनिदेशक, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग।