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एक SMS से पता करें कपास का बीज असली है या नकली, जानिये क्या है तरीका

Seeds quality test : देश की 130 करोड़ की जनसंख्या में से लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या की आजीविका कृषि पर आधारित है। केवल खेती के सुदृढ़ीकरण से ही उसके आर्थिक एवं सामाजिक स्तर में वांछित सुधार संभव हैं। साथ ही खेती के सुदृढ़ीकरण के लिए बीज और उर्वरक की गुणवत्ता का इसमें अहम स्थान है। इसके बाद ही कृषि के आधुनिक तरीकों और सिंचाई के साधनों की बात आती है। लगभग हर फसल में गुणवत्तापूर्ण असली बीज न होने के चलते अंकुरण कम होने और अंकुरण हो भी जाये तो उत्पादकता कम होने की शिकायतें अक्सर ही अखबारों की सुर्खियां बनती हैं। आईये आज आपको असली और नकली बीज की पहचान करना बताते हैं और वो भी बेहद आसान तरीके से आप इसकी जांच कर सकते हैं।

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Seeds quality test

HR BREAKING NEWS :  फसलों में लगने वाली हर लागत का अधिकतम लाभ अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का प्रयोग करके ही लिया जा सकता है। उच्च गुणवत्ता के प्रमाणित बीज (high quality certified seeds) के प्रयोग से उत्पादकता/उत्पादन में लगभग 20 प्रतिशत वृद्धि की जा सकती है।

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अब सवाल यह है क‌ि ऐसे में किसान क्या करे? इसका जवाब है- किसान बीज-खाद खरीदते समय अधिकतम सतर्कता बरतें। इस आलेख में हम आपको बतायेंगे क‌ि किसान भाई बीज और खाद की गुणवत्ता (seeds quality) कैसे सुन‌िश्चित करें।

 


सबसे आसान तरीका : मोबाइल से भी कर सकते हैं असली नकली की पहचान


अपने मोबाइल से किसान भाई उत्तम क्वालिटी के कॉटन सीड्स की पहचान कर सकेंगे, क्योंकि सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए डिजिटल एप (digital app) बनाया है। वहीं संबंधित कंपनी इस बार सभी पैकेट के क्यूआर कोड (QR code) जारी करवाए हैं। 
किसान हाइब्रिड बीज (hybrid seed) के पैकेट क्वालिटी की पहचान एक एसएमएस (SMS) से कर सकते हैं। वहीं डिजिटल किसान एप से पैकेट पर लगी चिप स्कैन (chip scan) करने से लक्की ड्रा में भी शामिल होंगे।

 

हरियाणा (HARYANA) प्रदेश में 6 लाख हैक्टेयर के करीब कॉटन की खेती (cotton farming) होती है, जबकि अकेले सिरसा जिला में 2 लाख 15 हजार हेक्टेयर रकबा कॉटन का होता है। लेकिन नकली हाइब्रिड बीज (hybrid seed) बारे किसानों की अक्सर शिकायतें कृषि विभाग के पास आती थी, क्योंकि नकली बीज की पहचान (Seed identification) होने तक किसानों की फसल का उत्पादन गिरने से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता था। 
जिसके बाद सरकार ने डिजिटल किसान एप (kisan app) लांच किया है। अब हाइब्रिड बीज के हर पैकेट पर बार कोड (bar code) और चिप सिस्टम लगा है। इससे किसानों को उत्तम क्वालिटी का बीज (good quality seed) उपलब्ध हो सकेगा, वहीं किसान का सरकार की वार्षिक लक्की ड्राॅ स्कीम में भी पंजीकरण हो जाएगा।

 

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जानिए ये भी... डिजिटल किसान एप (digital kisan app) से हाईब्रिड कॉटन सीड्स की ऐसे करें जांच


सबसे पहले किसान को अपने मोबाइल में डिजिटल किसान एप (digital kisan app) अपलोड करना है। इसके बाद हाइब्रिड कॉटन सीड्स के पैकेट (Hybrid cotton seeds packets) की क्वालिटी जांच के एप में दो ऑप्शन आएंगे। पहले क्यूआर कोड (QR code) स्कैन करेंगे, तो पैकेट की क्वालिटी का ब्योरा (quality details) मोबाइल की स्क्रीन पर दिखेगा और बीज असली- नकली की पहचान हो जाएगी। दूसरे ऑप्शन में पैकेट जांच को टच करेंगे तो स्क्रैच कोड दर्ज करना होगा। 


जिससे उक्त किसान का पंजीकरण (Registration) सरकार के पास होगा और सरकार की लक्की ड्रा स्कीम में किसान शामिल हो जाएंगे। इसके अलावा जिस किसान के पास साधारण मोबाइल है, वह सीड्स पैकेट का बार कोड (bar code of seeds packet) निर्धारित नंबर पर एसएमएस भेजकर सीड्स की क्वालिटी जांच कर सकता है।

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दूसरा तरीका ऐसे भी कर सकते हैं पहचान


असली बीज की पहचान के ल‌िए किसान को बीज का अंकुरण परीक्षण जरूर कराना चाहिए। प्लांट ब्रीडिंग एंड जेनेटिक्स एक्सपर्ट्स कहते हैं क‌ि अच्छे उत्पादन के लिए किसान को बुवाई से पहले बीज अंकुरण परीक्षण (seed germination test) करवा लेना चाहिए। 
परीक्षण (testing) में यदि 80 से 90 फीसदी बीजों का अंकुरण हो तो बीज बेहतर माना जाता है।

60-70 फीसदी अंकुरण की स्थिति में बीजदर बढ़ाई जा सकती है। 60 फीसदी से कम बीजों में अंकुरण (germination) हो तो बीज बदलना चाहिए। किसान चाहे तो बीज प्रमाणीकरण प्रयोगशाला (seed certification laboratory) में बीज की निशुल्क जांच कराकर उसकी अंकुरण क्षमता जांच सकता है। प्रयोगशाला में नमूना जमा कराने के एक सप्ताह बाद किसान को रिपोर्ट (Report) सौंप दी जाती है, जिसमें किसानों को उपज की अंकुरण क्षमता, गुणवत्ता की अधिकृत रिपोर्ट सौंपी जाती है। साथ ही किसान द्वारा उपज की बीज के रूप में बुवाई की मात्रा की भी सिफारिश की जाती है।


वैज्ञानिक विधि से कैसे जांचें असली बीज की गुणवत्ता (How to check original seed quality)


किसान चाहे तो बुआई (sowing) से पहले घर पर भी बीज की‌ गुणवत्ता का परीक्षण कर सकता है। इसके लिए उसे वैज्ञानिक विधि काम में लेनी पड़ेगी। बीज परीक्षण (seed test) के लिए सूती कपड़ा विधि और अखबार विधि का इस्तेमाल किसान के लिए अधिक आसान रहेगा।

सूती कपड़ा विधि (seeds quality test)


100 बीजों को सूती कपड़े या जूट की बोरी में दूर-दूर रखें।
कपड़े या बोरी को गीला कर ढंककर अंधेरी जगह रखें।
पांच दिन बाद उगे बीजों की संख्या गिन कर प्रतिशत निकाल लें।

अखबार विधि (seeds quality test)


अखबार के पृष्ठ को एन आकृति में चार समान हिस्सों में मोड लें।
बीजों को कतार में बिछा लें।
मोड़े हुए पेपर के दोनों छोरों को धागे से बांध दें।
पेपर को गीला कर पॉलीथिन में रखें और उसका मुंह बांध दें।
चार-पांच दिन बाद अंकुरण (germination) की स्थिति देख प्रतिशत निकाल लें।