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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शिकायत का अब घर बैठे होगा समाधान, करें ये काम

TODAY HARYANA NEWS कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल (JP Dalal) ने बताया कि शिकायत दर्ज करने के उपरान्त किसानों को एक टिकट नम्बर दिया जाएगा। आईये जानते हैं इसके लिए क्या क्या करना होगा और कैसे शिकायत दर्ज होगी।
 
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HR BREAKING NEWS (चंडीगढ़)। हरियाणा (HARYANA) के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने प्रदेश के किसानों की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शिकायतों के निवारण हेतु पोर्टल का शुभारम्भ किया, जिसके तहत किसान पोर्टल के माध्यम से कहीं से भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

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 उन्होंने बताया कि शिकायत दर्ज करने के उपरान्त उन्हें एक टिकट नम्बर दिया जाएगा, जिससे वो अपनी शिकायत की नवीनतम स्थिति भी जान सकेंगे। दलाल ने कहा कि राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वर्ष 2016 से लागू की जा रही है। इसमें खरीफ में मक्का, कपास, धान व बाजरा तथा रबी में गेहूं, जों, चना, सरसों व सूरजमुखी फसलों को बीमित किया जा रहा है। 

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इस योजना के अधीन खरीफ 2016 से खरीफ 2021 तक लगभग 82.59 लाख किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवाया, जिसमें से खरीफ, 2021 तक 20.80 लाख किसानों को 5139 करोड़ रूपये की बीमा क्लेम राशि वितरित की गई।

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उन्होंने कहा कि जल्द ही बीमा क्लेम की ओर 100 करोड़ रूपए की राशि किसानों को वितरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि लगभग 4800 करोड़ रूपए का प्रीमियम दिया गया जबकि 5139 करोड़ रूपए का क्लेम वितरित किया गया। इस प्रकार से 300 से 400 करोड़ रूपए का अतिरिक्त लाभ किसानों को मिला, वहीं किसानों द्वारा लगभग 1500 करोड़ रूपए का प्रीमियम दिया गया। 

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कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा देश के उन चुनिन्दा राज्यों में शामिल हैं जिनमें बीमा कम्पनियों ने कुल प्रीमियम, (जिसमें किसान का हिस्सा, राज्य एवं केन्द्र सरकार की सब्सिडी शामिल है,) से अधिक क्लेम का भुगतान किया है। उन्होंने कहा कि विभाग डाटा एकत्रित करने की दिशा में अग्रसर हैं और इसी कड़ी में आज किसानों की शिकायतों के निपटान के लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा में ग्रीवेंश निपटान के मॉडूयल को शुरू किया गया है।

 

उन्होंने बताया कि भविष्य में भी मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों की सुविधाओं के लिए अन्य मॉडयूल/कॉलम जोड़ने का काम होगा और अन्य मंचों के साथ जोड़ने का प्रयास किया जाएगा ताकि किसान को त्वरित लाभ मिल सकें। 


उन्होंने कहा कि विभाग किसानों से संबंधित सभी प्रकार के डाटा को एक मंच पर एकत्रित करने के लिए प्रयासरत हैं जैसे कि बीमा के प्रीमियम भरने, किसान द्वारा बीमा से संबंधित शिकायत करने, बीमा रिलीज होने इत्यादि की जानकारी एक मंच पर उपलब्ध हो।

 

उन्होंने कहा कि इससे न केवल कार्य में आसानी होगी बल्कि किसानों को समय पर बीमा लाभ भी मिल पाएगा। उन्होंने बताया कि इस ऑनलाईन सुविधा में पटवारी से संबंधित कार्य व खराबे से संबंधित अन्य कार्यों को भी जोड़ने का काम होगा।