Vande Bharat express train : अगले महीने से दक्षिण भारत मे चलेगी वन्दे भारत ट्रेन , जाने क्या होंगे रूट
HR Breaking News, New Delhi : देश के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों के बाद अब दक्षिण को भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का तोहफा मिलने जा रहा है। देश की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चेन्नई-बेंगलुरू-मैसूरु रूट पर चलेगी। इस ट्रेन को 10 नवंबर 2022 को लॉन्च किया जाएगा। अभी देश में चार वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं। पहली ऐसी ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू की गई थी जबकि दूसरी ट्रेन दिल्ली से कटड़ा के लिए चली। ऐसी तीसरी ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच और चौथी ट्रेन दिल्ली से हिमाचल के ऊना के बीच शुरू की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में इन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी। रेलवे की योजना अमृत महोत्सव के दौरान 75 वंदे भारत ट्रेनें चलाने की है।
देश की पहली सेमी हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस 2019 में New Delhi-Varanasi route पर चली थी। पीएम मोदी ने 30 सितंबर को गांधीनगर और मुंबई सेंट्रल के बीच नए जमाने की पहले वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। गुरुवार को उन्होंने हिमाचल प्रदेश के ऊना से नई दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को रवाना किया था। यह देश की चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस थी। Finance Minister Nirmala Sitharaman ने 2022 के बजट में घोषणा की थी कि अगले तीन साल में देश में नई पीढ़ी के 400 वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी।
स्पीड से हिल गई दुनिया
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को हिमाचल से रवाना हुई वंदे भारत एक्सप्रेस में दिल्ली तक का सफर किया था। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलती है। इसमें पानी की बोतल बिल्कुल भी हिली नहीं ये गौरव की बात है। जब ट्रेन की ये खबर दुनिया में पहुंची तो दुनिया हिल गई क्योंकि ये तकनीक केवल कुछ देशों के पास थी। यह ट्रेन कई तरह की सुविधाओं से सुसज्जित है। सीटें आरामदायक रहें और लोगों को झटके ना लगें, इसके लिए शॉकर पर पड़ने वाले वजन को कम किया गया है।
ट्रेन में वाईफाई की सुविधा है। लोगों के मनोरंजन का ध्यान रखने के लिए इन्फोटेनमेंट सिस्टम लगा है, जहां यात्री प्री रिकॉर्डेड प्रोग्राम देख सकेंगे। ट्रेन के अंदर प्लेन की तरह टच लाइटें लगी हैं। कोच के अंदर जाने के लिए सेंसर से दरवाजा खुलेगा। अगर कोई इमरजेंसी होने पर यात्रियों को ड्राइवर से बात करती है तो कोच में कॉलिंग सिस्टम है। ट्रेन में लगे एसी मौसम के हिसाब से नियंत्रित तरीके से कूलिंग करेंगे। ट्रेन की स्पीड और अन्य जानकारी के लिए डिस्पले बोर्ड भी लगे हैं। बड़ी-बड़ी विंडो बाहर का नजारा देखने के लिए लगी हैं।