Indian Railways : एक ही जगह पर है दो अलग अलग रेलवे स्टेशन, ट्रेन पकड़ते समय यात्री हो जाते हैं कंफ्यूज
अपने बहुत सारे अजीबो गरीब रेलवे स्टेशनों के बारे मे सुना होगा पर आज हम आपको ऐसे 2 स्टेशनों के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक ही जगह पर है। जिसकी वजह से यात्रियों के बीच पैदा हो जाती है कंफ्यूशन। आइये जानते हैं इनके बारे में।
HR Breaking News, New Delhi : भारत में कई ऐसे रेलवे स्टेशन मौजूद हैं,जिसने बारे में आम लोगों को नहीं पता है. कुछ ऐसी अनोखी बातें भी हैं जिनके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे. पिछले दिनों हमने आपको भारत के सबसे छोटे रेलवे स्टेशन नाम के बारे में बताया. इब रेलवे स्टेशन (IB Railway Station) के बारे में जानकर लोगों ने आश्चर्य प्रगट किया, लेकिन इस बार हम आपको एक और चौंकाने वाली बात बताने जा रहे हैं. भारत में ही एक ऐसी जगह है जहां एक रेलवे स्टेशन पर दो-दो अलग रेलवे स्टेशन है. आप थोड़ी देर के लिए हैरान रह जाएंगे कि आखिर यह कैसे संभव हो सकता है.
दुनिया की इकलौती जगह जहां आमने-सामने हैं दो रेलवे स्टेशन
श्रीरामपुर और बेलापुर महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में दो अलग-अलग रेलवे स्टेशन (Railway Station) हैं जो दोनों रेलवे मार्ग पर एक ही स्थान पर हैं लेकिन ट्रैक के विपरीत दिशा में हैं. यह रेलवे स्टेशन श्रीरामपुर शहर में आता है, जो बेलापुर और श्रीरामपुर शहर से 5 किलोमीटर की दूरी में मौजूद है. बताया जाता है कि यह रेलवे स्टेशन औरंगाबाद, शिरडी और अहमदनगर से सीधा संपर्क है. इस रेलवे स्टेशन की सबसे खास बात यह है कि यह प्रवरा मेडिकल ट्रस्ट के करीब 25 किमी की दूरी पर है, जो विजिटर्स और छात्रों के लिए सबसे सही जगह है.
ट्रेन पकड़ते वक्त यात्री भी हो जाते हैं कन्फ्यूज
बताया जाता है कि यहां पर दाईं ओर एक रेलवे स्टेशन है, जबकि बाईं ओर दूसरा रेलवे स्टेशन. जब भी कोई पहली बार इस रेलवे स्टेशन पर आता है तो कन्फ्यूज हो जाता है कि कहीं वह गलत ट्रेन से सवार न हो जाए. महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक स्टेशन काफी मशहूर हैं. किसी भी यात्री को टिकट लेने से पहले अच्छी तरह समझना होगा कि ट्रेन किस प्लेटफॉर्म पर आएगी, क्योंकि श्रीरामपुर और बेलापुर स्टेशन एक ही जगह पर है. फर्क सिर्फ इतना है कि यह दोनों स्टेशन ट्रैक के विपरीत दिशा में स्थित हैं. भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. आंकड़ों के हिसाब से ऐसा दावा किया जाता है कि जितने यात्री हमारे यहां ट्रेन में रोजाना सफर करते हैं, उतनी तो ऑस्ट्रेलिया की कुल जनसंख्या है.