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UP में एक्सप्रेस-वे निर्माण को मिल रही नई रफ्तार, इन जिलों में बनेंगे 6 नए एक्सप्रेसवे

UP News - उत्तर प्रदेश अब नए भारत की तस्वीर बदलने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की अगुवाई में राज्य में सड़कों का ऐसा जाल बिछ रहा है, जो ना सिर्फ सफर को आसान बना रहा है, बल्कि गांव-कस्बों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ रहा है-

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UP में एक्सप्रेस-वे निर्माण को मिल रही नई रफ्तार, इन जिलों में बनेंगे 6 नए एक्सप्रेसवे

HR Breaking News, Digital Desk- (UP News) उत्तर प्रदेश अब नए भारत की तस्वीर बदलने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की अगुवाई में राज्य में सड़कों का ऐसा जाल बिछ रहा है, जो ना सिर्फ सफर को आसान बना रहा है, बल्कि गांव-कस्बों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ रहा है। राज्य में अब तक 7 एक्सप्रेस-वे पूरी तरह बनकर तैयार हो चुके हैं, जिन पर गाड़ियां तेज रफ्तार से दौड़ रही हैं। वहीं, 5 और नए एक्सप्रेस-वे पर दिन-रात काम चल रहा है।

ये हैं वो एक्सप्रेस-वे, जो बनकर तैयार हो चुके हैं-

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे (24.53 किमी)।
यमुना एक्सप्रेस-वे (165 किमी)।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे(302 किमी)।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (341 किमी)।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (296 किमी)।
मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे (96 किमी)।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे (91 किमी।

ये हैं वो एक्सप्रेस-वे, जिन पर अभी काम जारी है-

गंगा एक्सप्रेस-वे-

गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबा होगा। यह छह लेन का एक्सप्रेस-वे है, जिसे 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है। इस पर भारतीय वायुसेना के लिए एक एयरस्ट्रिप भी बनाई जा रही है।

12 जिलों से होकर गुजरेगा-

गंगा एक्सप्रेसवे प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरेगा। इन जिलों में मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज शामिल

चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे-

चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे 15.2 किलोमीटर लंबा है। यह बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को सीधे चित्रकूट से जोड़ेगा।

दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेस-वे-

दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे की लंबाई लगभग 210 किलोमीटर है। यह दिल्ली से बागपत, शामली होते हुए सहारनपुर तक जाएगा।(Delhi-Saharanpur Expressway)

बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे-

बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे 114 किलोमीटर लंबा होगा। इसका उद्देश्य पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) को बलिया से जोड़ना है। बलिया यूपी के पूर्वी छोर पर स्थित है, जहां आज भी बुनियादी सड़क ढांचा अपेक्षाकृत कमजोर है। यह एक्सप्रेसवे उस कमी को दूर करेगा और बलिया को राजधानी लखनऊ समेत अन्य बड़े शहरों से सीधे जोड़ने में मदद करेगा।

लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे-

लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे (Lucknow-Kanpur Expressway) 63 किलोमीटर लंबा है। यह प्रदेश की दो सबसे अहम औद्योगिक और शैक्षणिक नगरी लखनऊ और कानपुर को जोड़ता है। यह परियोजना अपने अंतिम चरण में है। इसके बनने से लखनऊ और कानपुर के बीच सफर काफी तेज और सुविधाजनक हो जाएगा।

इन सभी एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई लगभग 1087 किलोमीटर है।

क्यों खास हैं ये एक्सप्रेस-वे?

भारत की नई एक्सप्रेसवे परियोजनाएं (New Expressway Projects in India) केवल तेज़ यात्रा के लिए नहीं हैं, बल्कि ये संतुलित विकास का भी जरिया हैं। ये सड़कें बुंदेलखंड, तराई और पूर्वांचल जैसे क्षेत्रों को जोड़कर वहां औद्योगिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगी। इससे स्थानीय लोगों के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और इन क्षेत्रों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान होगा।

2000 किलोमीटर से ज्यादा का रोड नेटवर्क-

आज यूपी (UP) वो राज्य है, जहां 2000 किमी से ज्यादा के एक्सप्रेस-वे नेटवर्क (expressway network) पर एक साथ काम हो रहा है। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को जबरदस्त रफ्तार मिलेगी और हर क्षेत्र को बराबरी का अवसर मिलेगा।