home page

Parenting Tips - पढ़ाई के साथ ये 4 एक्टिविटीज भी जरूरी, होगा बेहतर विकास

कई बार हम बच्‍चों की पढ़ाई लिखाई के चक्‍कर में उनके मानसिक विकास और पर्सनैलिटी ग्रूमिंग के लिए जरूरी एक्टिविटीज़ को इग्‍नोर कर देते हैं. बच्‍चों के बेहतर ग्रोथ के लिए उन्‍हें कुछ जरूरी एक्टिविटीज़ में डालने की जिम्‍मेदारी हर माता-पिता की होती है.
 
 | 
 पढ़ाई के साथ ये 4 एक्टिविटीज भी जरूरी, होगा बेहतर विकास

HR Breaking News, Digital Desk- हर मुश्किल दौर का बेहतर तरीके से सामना करना बच्‍चा तब सीख पाता है, जब उसके माता-पिता बचपन से ही उसे इन सारी चीजों के लिए तैयार करने लगते हैं. यह माता-पिता की जिम्‍मेदारी होती है कि बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से हर मुश्किलों के लिए तैयार हो.  

ऐसे में माता-पिता को समझना जरूरी है कि उन्हें बच्चों को पढ़ाई लिखाई के साथ उन्‍हें कुछ ऐसी गतिविधियों से भी जोड़ें, जो उसे इमोशनल और मेंटल तरीकों से मजबूत बनाए. आज हम आपको बताते हैं कि मेंटल स्‍ट्रॉन्‍ग बनने के लिए 5 से 10 साल तक कौन सी चीजें बच्‍चों को जरूर सिखानी चाहिए.


बच्चों का मानसिक विकास करने वाले एक्टिविटीज़-

म्यूजिक या डांस:

कला आपको एक बेहतर इंसान बनाती है. ऐसे में बच्‍चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उनका म्यूजिक या डांस सीखना काफी फायदेमंद होता है. संगीत और डांस ब्रेन के हिस्से को तेज करता है और न्यूरो फंक्शन को बेहतर बनाने में भी मदद करता है. ऐसे में आपको पढ़ाई के अलावा बच्चों को म्यूजिक या डांस में जरूर डालना चाहिए.


गेम:

खेल बच्चों को अनुशासन सिखाता है. खेल के माध्‍यम से आप नियमों का पालन करना सीखते हैं. खेल मानसिक विकास में भी काफी फायदेमंद है. जब बच्‍चे किसी खेल का हिस्‍सा होते हैं तो उन्‍हें काम करने की गति और टीम वैल्यूज का पता चलता है. इसलिए अपने बच्चों किसी ना किसी गेम में जरूर डालें.


एक्सरसाइज और योग:

एक्सरसाइज और योग अगर बच्‍चे 5 साल की उम्र से सीखें और रेग्‍युलर करें तो ना सिर्फ उनके शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है, उनका मानसिक फायदा भी मिलता है. ये शारीरिक रूप से हेल्‍दी रहते हैं.


गार्डनिंग:

बच्‍चों के सर्वार्गींण विकास में गार्डनिंग भी काफी उपयोगी एक्टिविटी है. ये बच्‍चे के मन में केयर करना और मेहनत करना सिखाता है. यह उन्‍हें धैर्य रखना भी सिखाता है. इससे वे गुस्से पर काबू करना सीखते हैं. इन सारी चीजों से वे मानसिक रूप से मजबूत बनते हैं.