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Railway - ट्रेन पैसेंजर हो जाए सावधान, ये लूट लेगा आपका पैसा

यह खबर खासतौर पर रेल से सफर करने वाले यात्रियों के लिए है। सफर करते समय यात्रियों को बेहद सतर्क होने की जरूरत है। देश के अलग-अलग रेलवे स्टेशन्स पर फर्जी टीटीई गैंग कर रहा है काम। कैसे ये गैंग यात्रियों से पैसा लूटता है? क्या है इसका काम करने का तरीका? आइए हम आपको बताते है इस खबर के माध्यम से। 
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ट्रेन पैसेंजर हो जाए सावधान, ये लूट लेगा आपका पैसा

HR Breaking News, Digital Desk- भारत में ट्रेन एक शहर से दूसरे शहर को जोड़ने का सबसे बड़ा माध्यम है। रोज़ लाखों यात्री ट्रेन से सफर करते हैं। कोई अपने गांव जा रहा होता है, कोई दूसरे शहर। कोई अपने रिश्तेदार के घर जाने के लिए ट्रेन का इस्तेमाल करता है, तो कोई अपने घर से ऑफिस की दूरी ट्रेन से नापता है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारतीय रेलवे हम सबकी ज़िंदगी में कहीं न कहीं बेहद अहम रोल अदा करती है।

लोगों की सुविधा का भी ट्रेन में पूरा ख्याल रखा जाता है और इसलिए हर कोई इसे यात्रा का बेहद आसान, सस्ता और सुविधापूर्ण तरीका मानता है। लेकिन तब क्या जब यहीं सुविधापूर्ण रेल का सफर ही आपका मुसीबत का सबसे बड़ा सबब बन जाए। आप क्या करेंगे अगर ट्रेन से सफर करने के दौरान आपको जानबूझकर ठगी का शिकार बनाया जाए। जिस माध्यम को आप सबसे सस्ता मानकर ट्रैवल कर रहे हैं, कहीं आपको ये कंगाल न बना दें। तो अगर आप ट्रेन से सफर करने वाले हैं या फिर आपके कोई रिश्तेदार, या जानने वाले ट्रेन से कहीं जा रहे हैं तो ये खबर है आपके लिए।

यात्रा के दौरान कही खाली न हो जाए जेब-


यात्रिगण कृप्या ध्यान दीजिए, दुरंतो एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर बस लगने ही वाली है... ऐसी ही एक घोषणा होती है और सैकड़ों यात्री तैयार हो जाते अपने कोच को देखने के लिए। जैसे ही ट्रेन प्लेटफॉर्म पर लगती है, यात्री तुरंत ट्रेन से अंदर घुसकर अपनी अपनी सीट देखते हैं। सीट मिलती है तो फिर होती है सामान रखने की व्यवस्था। लोग अपने अगल-बगल बैठे सह यात्रियों से बातें करते हैं।

कई बार सफर लंबा छोटा होता है तो कई बार बेहद लंबा, ऐसे में सहयात्री ही पूरा रास्ता बिताने में अहम रोल निभाते हैं। खाना पीना, सोना चंद घंटों के लिए ट्रेन ही मानो यात्रियों का घर बन जाती है। कभी दुरंतो, कभी राजधानी तो कभी कोई और ट्रेन, लेकिन माहौल कमोबेश एक सा ही होता है। खासकर फर्स्टक्लास के अलावा बाकी दूसरे कंपार्टमेंट्स में ये आम बात है। अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने के लिए ट्रेन ज्यादातर लोगों की पसंद होती है।

भारत में रेलवे का इतना लंबा जाल फैला हुआ है कि ये दशकों से यात्रियों ज़रूरत और पसंद दोनों ही है। लेकिन कई बार यही सफर बेहद दुखदायी तब बन जाता है जब किसी के साथ इसी ट्रेन में धोखा हो जाए। जी हां चौंकिए मत! ट्रेन में पिछले कुछ समय में ऐसे कई मामले सामने आए जिन्होंने लोगों की जेब को खाली कर दिया है।

फर्ज़ी टीटीई आपको लगा सकता है चुना-


तो जान लीजिए ट्रेन में सफर करने के दौरान कैसे किसी की नज़र आपकी जेब पर है। कैसे कोई है जो आपसे ठग सकता है आपकी मेहनत की कमाई। ट्रेन में चढ़ने के थोड़ी देर बाद यात्रियों की टिकट चेक करने के लिए अक्सर टीटीई ट्रेन में आते हैं। यात्रियों को टीटीई को अपनी टिकट दिखानी होती है। अगर कोई यात्री बिना टिकट के पाया गया या फिर कोई और फर्जीवाड़ा टिकट में नज़र आता है, तो टीटीई का काम होता है उसपर कार्रवाई करना।

तो जान लीजिएइसी टिकट चेकिंग के दौरान आपको सावधान रहने की ज़रूरत है, क्योंकि इसी दौरान होता है यात्रियों के साथ बड़ा धोखा। काली पेंट और सफेद शर्ट में टीटीई की जगह कोई बहरूपिया आपके पैसे हड़प सकता है। दिखने में वो बहरूपिया आपको टीटीई ही लगेगा। काली पेंट, सफेद शर्ट, कई बार काला कोट भी, गले में आईकार्ड, पूरा का पूरा टीटीई का का स्टाइल, कोई भी देखे कन्फ्यूज़ हो जाए।

आपके पास टिकट नहीं है तब तो ये बहरूपिया आपसे हज़ारों रूपये ऐंठ ही लेगा लेकिन अगर आपके पास टिकट है, तब भी ये फर्जी टीटीई आपके टिकट में कोई न कोई कमी निकालेगा,आपको बिना बात के परेशान करेगा। आप कितने भी तर्क देंगे ये नहीं मानेगा और फिर आपसे पैसे की डिमांड करेगा। आपने भले पैसा खर्च करके टिकट खरीदी हो, ये आपसे फिर भी दूबारा पैसा ले ही लेगा। अगर आप नहीं माने तो ये आपको अपने ओहदे का डर दिखाएगा और फिर मजबूर होकर आप इस जालसाज के शिकार बन जाएंगे।

दिल्ली में फर्ज़ी टीटीई गैंग-


राजधानी दिल्ली में एक ऐसे ही गैंग का भांडाफोड़ हुआ है जो फर्जी टीटीई बनकर यात्रियों को ठगने का काम कर रहा था। रेलवे पुलिस ने ग्यारह ऐसे ही लोगों को गिरफ्तार किया है जो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे और गाज़ियाबाद रेलवे स्टेशन पर टीटी बनकर ठगी का काम कर रहे थे। ये बेहद शातिर तरीके से उगाही का काम कर रहे थे। इनके पास से टीटी की ड्रेस, आईकार्ड और यहां तक की इनके नियुक्त पत्र भी मिले हैं। ये फर्जी टीटीई करीब 15 दिन से इसी तरह रेलवे स्टेशन्स पर अपनी ड्यूटी देने आते थे।

ये सुबह स्टेशन पहुंच जाते और फिर शाम तक अपना काम करते थे। ये लोग प्लेटफॉर्म पर बिना टिकट आने वालों और ट्रेन में टिकट के बिना यात्रा कर रहे लोगों पर अपनी नज़र रखते थे, मौका देखकर उनसे पूछताछ शुरू कर देते और फिर पैसा वसूलते। क्योंकि ये टीटीई की ड्रेस में थे तो किसी को इनपर शक भी नहीं हुआ। इसी तरह पन्द्रह दिन तक रोज़ उगाही का काम चलता रहा।

11 फर्जी टीटी ड्यूटी पर तैनात-
देश की राजधानी में बड़ी ही सफाई से ये फर्जीवाड़ा चल रहा था। कोई सोच भी नहीं सकता था देश के सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन पर इस तरह से ये काम हो सकता है। सबकुछ बेहद स्मूथ चल रहा था लेकिन करीब एक हफ्ते पहले रेलवे के एकअधिकारी रितेश वाधवा कानपुर शताब्दी से दिल्ली आ रहे थे।

इस दौरान एक टीटी ने उनसे टिकट के लिए पूछा, रितेश को उस टीटी के हावभाव पर शक हुआ और फिर उससे पूछताछ की गई तो सामने आई इस गैंग की पूरी सच्चाई। आरोपी को गिरफ्तार किया गया तो उसने बताया कि ऐसे ही 11 लोग यहां पर फर्जी टीटी का काम कर रहे हैं। यानी की दिल्ली में ही चला रहा था ट्रेन में फर्जीवाड़े का इतना बड़ा कारोबार। इस आरोपी ने अपने बाकी साथियों के बारे में भी जानकारी दी है और ये भी बताया कि कैसे ये लोगों से पैसा वसूलते थे।

देश के कई हिस्सों में फर्जी टीटीई का जाल-


फर्जी टीटी बनकर यात्रियों को परेशान करने का ये कारोबार कोई नया नहीं है। पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आए हैं। कई बार ऐसे ही गैंग गिरफ्तार किए गए हैं जो फर्जी़ टीटी बनाने के नाम पर लोगों से पैसा लेते हैं और फिर उन्हें दे देते हैं नकली नियुक्ति पत्र। पिछले एक साल में देश के अलग-अलग हिस्सों से चार-पांच ऐसे गैंग का भांडाफोड़ हुआ है। आगरा से दिल्ली जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस से ऐसे ही एक टीटीई को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया।

वो यात्रियों को डरा धमाकर उन्से पैसे लूट रहा था। किसी ने जीआपीएफ को सूचना दी और फिर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। जुलाई में दुरंतो में भी एक ऐसा ही टीटी के फर्जीवाड़े का मामला खबरों में आया। ये टीटीई आगरा से चल रही दुरंतो में बैठा और अपना उगाही का काम शुरू कर दिया।

लोगों को इसके ऊपर शक हुआ, पुलिस को सूचना दी गई और फिर झांसी से इसे गिरफ्तार किया गया। मई महीने में प्रयागराज में ओखा एक्सप्रेस में भी ऐसी ही घटना सामने आई। टीटी की ड्रेस में एक शख्स नकली रसीद बुक लेकर यात्रियों से उगाही कर रहा था। पुलिस को उसपर शक हुआ और गिरफ्तार करने पर पता चला कि वो नकली टीटीई है।