home page

Chanakya Niti : पत्नी की इन जरूरतों को न करें नजरअंदाज, कह गए हैं चाणक्य

Chanakya Niti for Happy Married Life : अगर आप भी एक खुशहाल शादीशुदा जीवन व्यतीत करना चाहते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो किसी भी शादीशुदा जोड़े के बीच खटास पैदा कर सकती है। आइए जानते हैं आचार्य चाणक्‍य द्वारा पति-पत्‍नी के रिश्‍ते से जुड़ी जरूरी बातें- 
 | 
Chanakya Niti : पत्नी की इन जरूरतों को न करें नजरअंदाज, कह गए हैं चाणक्य 

HR Breaking News (नई दिल्ली) : चाणक्य की नीतियां धर्म और ज्ञान के आधार पर ये बताती है कि क्या सही है और क्या गलत. आचार्य चाणक्य की बताई नीतियां और विचार भले ही थोड़े कठोर लगते हों लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है और इसी व्यवहारिकता की वजह से इनकी आज भी चर्चा होती है.

आचार्य चाणक्‍य ने कूटनीति, राजनीति, अर्थशास्‍त्र के अलावा व्‍यवहारिक जीवन की बातों के बारे में भी बताया है. उन्‍होंने पति-पत्‍नी के रिश्‍ते से जुड़ी कई अहम बातें बताई हैं जो उनके मजबूत रिश्‍ते के लिए बेहद जरूरी हैं. ये बातें आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं. आचार्य चाणक्‍य ने अपने नीति शास्‍त्र चाणक्‍य नीति में पति-पत्‍नी के बीच के अंतर पर भी मार्गदर्शन दिया है. साथ ही सम्‍मानजनक सुखी जीवन जीने के लिए बेहद जरूरी बातों का भी उल्‍लेख किया है.

ये भी पढ़ें : इन 5 बातों का रखेगें ध्यान तो आस-पास भी नहीं आएगी मुसीबत


ज्यादा अंतर नहीं है सही


आचार्य चाणक्य ने पति पत्नी के रिश्ते को लेकर कहां है कि सफल वैवाहिक जीवन के लिए स्त्री पुरुष दोनों को शारीरिक और मानसिक रूप से संतुष्ट होना जरूरी है. उम्र के बीच ज्यादा अंतर होने से वैवाहिक जीवन में तालमेल बैठाने में परेशानियां पैदा होती हैं. एक वृद्ध पुरुष को जवान महिला से विवाह कभी भी नहीं करना चाहिए .

ऐसा विवाह बेमेल होता है और दांपत्य जीवन के लिए जहर के समान है. ऐसी शादियां कभी भी सफल नहीं हो पाती. और पुरुष और स्त्री दोनों का ही जीवन और उनसे जुड़े कई लोगों का भी जीवन बर्बाद हो जाता है. ऐसी स्थिति दांपत्‍य जीवन में जहर घोल देती है और शादी खत्‍म होते देर नहीं लगती है. लिहाजा पति-पत्‍नी की उम्र में ज्‍यादा अंतर नहीं होना चाहिए.


नीचा दिखाना गलत


चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी को एक-दूसरे को कभी नीचा नहीं दिखाना चाहिए। इस रिश्ते की अपनी मर्यादा होती है। सभी को अपनी मर्यादा का पालन करना चाहिए। एक-दूसरे को नीचा दिखाने से वैवाहिक जीवन में कलह पैदा होती है. णक्य के अनुसार, घर परिवार के मामलों में पति-पत्नी के अकेले फैसले नहीं लेने चाहिए, छोटा हो या बड़ा, हर फैसला पति-पत्नी को मिलकर लेना चाहिए.

ये भी पढ़ें : विदुर नीति के अनुसार 3 चीजों का रखें ध्यान, वरना बर्बादी निश्चित

3. जरूरतों को ना करें नजर अंदाज


चाणक्य का मानना है कि पति-पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र होता है. इस रिश्ते को कायम रखने के लिए पति-पत्नी को एक-दूसरे की जरूरतों को समझना जरूरी है. चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी को एक-दूसरे की जरूरतों को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए. चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी के बीच हमेशा प्यार और सौहार्द का रिश्ता बरकरार रहना चाहिए