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Chanakya Niti इन 3 चीजों के कारण छूट जाता है अपनों का साथ, रिश्तों में आती है दूरियां

Chanakya Niti  आचार्य चाणक्य द्वारा बनाई गई नीति के कारण हमें जिंदगी में आने वाली समस्याओं और उन समस्याओं के हल के बारे में काफी जानकारी मिलती है। आज हम आपको उन बातों के बारे में बताने जा रहे है जिनके कारण रिश्तों में दूरिया आ जाती है और अपनों का साथ छूट जाता है। 
 
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HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, Chanakya Niti: रिश्ते इंसान की ताकत होते हैं. अच्छे-बुरे समय में आपके अपने ही साथ होते हैं. रिश्तें अगर अच्छी तरह निभाए जाएं तो मुसीबत के समय व्यक्ति कभी खुद को अकेला नहीं पाता. ऐसे में बुरे दौर में रिश्तेदार, परिवार सब एकजुट हो जाते हैं लेकिन जितना रिश्ते बनाना आसान है उसे निभाना उतना ही मुश्किल. चाणक्य ने अपने नीतियों में उन 3 चीजों का जिक्र किया है जो पक्के रिश्तों में भी खटास ला देती हैं. आइए जानते हैं किन चीजों के कारण एक मजबूत रिश्ता भी टूटने की कगार पर आ जाता है.

 

दिल में वहम

चाणक्य कहते हैं रिश्ते नाजुक डोर जैसे होते हैं इनमें अगर वहम आ जाए तो ये कच्ची डोर टूट जाती है. वहम का कोई इलाज नहीं. रिश्तों में वहम और अहम का कोई स्थान नहीं. वहम की जद में इंसान सीधी बात का भी उल्टा मतलब निकालता है. अगर कोई उसे समझाए तो भी वो उसे भी गलत समझ बैठता है. खुद के सदा सही होने का वहम अच्छे खासे रिश्तों में दरार डाल देता है.

दिमाग में जिद


जिद से रिश्ते हमेशा खराब होते हैं. चाणक्य के अनुसार दिमाग को संतुलित करने का सलीका जिसे नहीं आता वो जिद पर उतर आता है. जिद रिश्तों पर नकारात्मक असर डालती है. गलत चीजों की जिद से व्यक्ति खुद का और अपने आसपास मौजूद लोगों का भी नुकसान करता है. जिसकी वजह से आपके अपने नाता तोड़ लेते हैं, क्योंकि जिद्दी स्वभाव कोई सहन करना पसंद नहीं करता.

बातों में मुकाबला

 

जब रिश्तों में जिद और बातों में मुकाबला करने की होड़ आ जा तो ये दोनों जीत जाते है और रिश्ता हार जाता है. ऐसे समय में व्यक्ति बड़े -छोटों का अंतर भूल जाता है, क्योंकि अगर कोई आपका अपना कुछ बात कह रहा है तो पलटकर व्यक्ति उसे ऐसा जवाब देने की कोशिश करता है जिससे बातों में तो वो जीत सकता है लेकिन रिश्तों पर ये भारी पड़ जाता है. असंयमित भाषा खून के रिश्तों को भी खत्म कर देती है.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि HRBreakingnews.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.