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Chanakya Niti अपनी पत्नी को भूलकर भी मत बताना ये 4 बातें, जीवनभर रहेगा संकट

Chanakya Niti चाणक्य नीति में दोस्ती, करियर, शादीशुदा जिंदगी और आदमी औरत समेत कई तरह की बातों की जानकारी मिलती है जोकि हमारी जिंदगी के लिए अत्यंत कारगार साबित होती है। हिंदू धर्म के अनुसार शादी को अहम दर्जा दिया गया है और उससे भी ज्यादा अहम होता है सही जीवनसाथी का मिलना। 
 
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HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली,  कहते हैं कि पति-पत्नी के रिश्ते की नींव उनके बीच की सच्चाई होती है. पति-पत्नी का रिश्ता तभी मजबूत होता है, जब वह एक-दूसरे से कभी कुछ न छिपाएं लेकिन भारत के जाने-माने अर्थशास्त्री, कूटनीतिज्ञ और राजनीतिज्ञ आचार्य चाणक्‍य कुछ और ही कहते हैं.

 

जी हां, वही आचार्य चाणक्‍य जिन्होंने अपनी नीतियों के दम पर साधारण से बालक चंद्रगुप्‍त मौर्य को पूरे भारत देश का सम्राट बना दिया था. वैसे तो आचार्य चाणक्‍य की नीतियो में हर तरह के रिश्ते, मनुष्य को लेकर कई नीतियों का उल्लेख है लेकिन पति-पत्नी को लेकर उनके जो विचार हैं, वह अपनाने मात्र से एक शादीशुदा इंसान की जिंदगी खुशहाल गुजर सकती है

 


चाणक्‍य नीति में दोस्ती, करियर, शादीशुदा जिंदगी, रुपया-पैसा और आदमी-औरत समेत कई तरह की बातों का उल्लेख किया गया है. हिंदू धर्म में शादी को बेहद अहम बताया गया है. उससे भी ज्यादा अहम सही जीवनसाथी का मिलना. हर शख्स चाहता है कि उसकी जिंदगी में जो भी आए, उसे सच्चा प्यार करे. उसका ख्याल रखे. अगर ऐसी पत्नी या गर्लफ्रेंड किसी को मिल जाती है तो पुरुष अपनी जिंदगी का हर राज उनके सामने खोलकर रख देता है. पर आचार्य चाणक्य ने ऐसे पुरुषों को मूर्ख कहा है. कुछ बातें ऐसी होती हैं, जिन्हें पति को अपनी पत्नी को कभी नहीं बताना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि इसका खामियाजा उन्हें पूरी जिंदगी भुगतना पड़ेगा.

बताते हैं आपको आचार्य चाणक्‍य की वह 4 बातें, जो उन्होंने किसी भी पति को अपनी पत्नी को बताने के लिए मना की हैं-

कभी भी न बताएं कमजोरी 
कहते हैं कि एक पुरुष को किसी भी स्त्री को खासकर पत्नी को अपनी कमजोरी के बारे में नहीं बताना चाहिए. आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि अगर पत्नी पति की किसी कमजोर के बारे में जान जाती है तो वह उसका फायदा उठाना शुरू कर देती है. अपनी बातों को मनवाने के लिए वह इसे शस्त्र की तरह प्रयोग करती है. 

अपनी पुरानी बेइज्जती का न करें जिक्र
कभी-कभी पुरुषों की जिंदगी में ऐसा समय भी आता है, जहां गल्ती न होते हुए भी या किसी अन्य कारणवश अपमानित होना पड़ जाता है. ऐसे में अगर किसी पुरुष के साथ वाकई ऐसा हो चुका हो तो उसे कभी भी उस अपमान का जिक्र पत्नी के सामने कभी नहीं करना चाहिए. आचार्य चाणक्‍य कहते हैं कि हो सकता है कि पत्नी उस समय आपके लिए संवेदना जताए पर बाद में नाराजगी या अन्य वजहों से पूरी जिंदगी उसी अपमान को याद करवाकर ताना देती रहेगी.


छिपाकर रखें पूरी कमाई
वैसे तो स्त्री को घर की लक्ष्मी कहा जाता है पर कुछ स्त्रियां खर्चीले स्वभाव की होती हैं. ऐसे में अगर उन्हें पति की कमाई के बारे में पता चल जाए तो वह उन्हें उड़ाना शुरू कर देती हैं. फिजूल खर्चे पर रोक लगाने के बजाय वह ज्यादा खर्चे करना शुरू कर देंगी. साथ ही साथ आपके ही धन पर खुद का पूरा ही हक समझने लगेंगी.

(Disclaimer: यह सभी बातें चाणक्य नीति से मिली जानकारियों पर आधारित हैं. HRBreakingNews.com इनकी पुष्टि नहीं करता है.)