हरियाणा में 9वीं कक्षा तक स्कूल खोलने की मांग, परिजन बोले - बिना स्कूल बच्चे हो गए निठल्ले
स्कूल खोलने की मांग को लेकर टोहाना (Tohana) के गांव लोहा खेड़ा के ग्रामीणों ने सरकार व शिक्षा विभाग के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी की. कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) को देखते हुए सरकार ने स्कूलों को बंद (School Closed) करने के आदेश जारी किये गए थे.
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जबकि अब सरकार द्वारा नई गाइडलाइन जारी कर दसवीं कक्षा के लिए स्कूलों को खोल दिया गया है. लेकिन पहली से 9वीं कक्षा तक के स्कूलों को अभी नहीं खोला गया है. विरोध स्वरूप गांव में रहने वाले अभिभावकों ने पहली से नौवीं कक्षा तक के स्कूलों को खोलने के लिए प्रदर्शन किया है.
विरोध कर रही महिला कमलेश रानी ने बताया कि लंबे समय से स्कूल बंद होने के कारण बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है. घर बैठे बैठे बच्चे निठल्ले हो गए हैं. गांव में रहने वाले गरीब लोगों के पास ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण करने के पर्याप्त संसाधन नहीं हैं. ऐसे में अगर बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाएंगे तो उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा. इस प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को चेतावनी देते हैं अगर समय रहते सरकार ने स्कूलों को नहीं खोला तो वह आपने तौर पर स्कूलों को खोल देंगे.
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विरोध कर रहे अभिभावक सुखदेव सिंह ने कहा कि सरकार ने केवल दसवीं कक्षा के लिए स्कूलों को खोला है जबकि पहली से नौवीं तक के छात्र घर पर बैठे हैं. जिनका भविष्य खराब हो रहा है. अगर बच्चे शिक्षा ग्रहण नहीं करेंगे तो वह अनपढ़ रह जाएंगे. ऐसे में सरकार को स्कूल खोलने चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार ने केवल स्कूलों को ही बंद किया है. अन्य कार्य वैसे ही चल रहे हैं.
जनसभाओं में भारी भीड़ जमा हो रही है. यहां तक कि नेता लोग रैलियां भी निकाल रहे हैं जिसमें हजारों की भीड़ होती है. ऐसे में कोरोना नहीं फैल रहा, केवल स्कूलों में ही कोरोना फैल रहा ह. समय रहते सरकार ने स्कूल खोलने का निर्णय नहीं लिया तो ग्रामीण अपने स्तर पर स्कूलों को खोल देंगे और बच्चों को शिक्षा ग्रहण के लिए स्कूलों में भेजना शुरू कर देंगे.