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Empolyee Update - कर्मचारियों को जारी किया नोटिस, कहा-जो मन करे वो करों लेकिन ऑफिस से दूर रहो...

कर्मचारी बेहतर तरीके से अपना जीवन जी सकें और तनाव मुक्त रह सकें इसके लिए कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है। जिसके तहत कहा गया है जो मन करे वो करों लेकिन ऑफिस से दूर रहो। पूरी जानकारी जानने के लिए खबर को पूरा पढ़े। 
 
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HR Breaking News, Digital Desk- इस समय दुनियाभर में वर्क-लाइफ बैलेंस (Work-Life Balance) और कर्मचारियों की मेंटल हेल्थ को लेकर चर्चाएं जोरों पर है। हफ्ते में चार दिन काम और तीन दिन आराम के मॉडल पर पायलट प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं। भारत में भी नए लेबर कोड (New Labor Code) में हफ्ते में तीन दिन छुट्टी का प्रावधान है।

 

 

 

 

इस बीच एक ई-कॉमर्स कंपनी ने एक काफी अनोखी घोषणा की है। ई-कॉमर्स कंपनी मीशो (Meesho) अपने कर्मचारियों को तनाव मुक्त रखने के लिए 11 दिन की छुट्टी दे रही है। यह कपंनी के 'रिसेट एंड रिचार्ज' पहल का हिस्सा है। इसमें कर्मचारी को ऑफिस का कोई काम नहीं करना होता, जिससे वह अपनी मेंटल हेल्थ को प्राथमिकता दे सके।

काम से पूरी तरह दूर रहेंगे कर्मचारी-


मीशो ने 22 अक्टूबर से एक नवंबर तक कर्मचारियों को पूरी तरह ब्रेक देने की घोषणा की है। कंपनी का कहना है कि इससे कर्मचारी बेहतर तरीके से अपना जीवन जी सकेंगे और तनाव मुक्त रह सकेंगे। मीशो इससे पहले भी ऐसा कर चुकी है। मीशो ने पिछले साल भी अपने कर्मचारियों को इसी तरह का ब्रेक दिया था। कंपनी का कहना है कि यह ब्रेक कर्मचारियों को फेस्टिव सीजन सेल पीरियड के बाद मिल रहा है। यह फेस्टिव सीजन काफी व्यस्त रहता है। ऐसे में कर्मचारी फेस्टिव सीजन के बाद काम से पूरी तरह दूर रहकर अपनी मेंटल हेल्थ पर ध्यान दे सकेंगे।


कंपनी पहले भी कर चुकी ऐसी घोषणा-


कंपनी के फाउंडर और सीईओ विदित आत्रे ने कहा, "यहां तक कि अंतरिक्ष यात्रियों को भी ब्रेक की जरूरत होती है। उसी तरह कंपनी के मूनशॉट मिशंस पर काम कर रहे कर्मचारियों को भी ब्रेक की जरूरत है। लगातार दूसरे साल मीशो के कर्मचारी 11 दिनों के लिए खुद को काम से दूर रखेंगे। वे फेस्टिव सीजन के बाद खुद को रिसेट व रिचार्ज करेंगे। काम महत्वपूर्ण है लेकिन स्वस्थ रहना अमूल्य है।"

अपनी मर्जी से कुछ भी कर सकते हैं कर्मचारी-


कंपनी के चीफ एचआर ऑफिसर आशीष कुमार सिंह ने कहा, 'रिसेट एंड रिचार्ज पहल के साथ हम वर्कप्लेस के पारंपरिक मानदंडों को फिर से परिभाषित कर रहे हैं। कर्मचारियों की बेहतरी के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस, रेस्ट और रेजुवनेशन जरूरी है। ब्रेक के दौरान कर्मचारी अपनी मर्जी से कुछ भी कर सकते हैं। वे अपने परिजनों के साथ समय बिता सकते हैं, घूम सकते हैं या फिर कोई नई स्किल सीख सकते हैं।'

दूसरी कंपनियां भी होंगी प्रेरित-


मीशो का कहना है कि आज के समय में बर्नआउट और एंजाइटी वर्कप्लेस की सबसे बड़ी चिंता बनकर उभर रही है। ऐसे में हमारी रिसेट एंड रिचार्ज पहल से दूसरी कंपनियां भी प्रेरित होकर कर्मचारियों के हितों के लिए कदम उठाएंगी।