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Extramarital Affair : मेरी ननंद का पति मेरे करीब आया, हम दोनों ने बनाए रिश्ते

Extramarital Affair :  मैंने रिश्ता निभाने की बहुत कोशिश की लेकिन कभी मैं इसमें सफल नहीं हो पाई। मेरी शादी शुदा जिंदगी में ऊपर से सब ठीक था लेकिन मैं अंदर अंदर घूटन महसूस कर रही थी। इसका जो कारण था मैं वो किसी को बता भी नहीं सकती थी।

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Extramarital Affair : मेरी ननंद का पति मेरे करीब आया, हम दोनों ने बनाए रिश्ते

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)।  ये किसी ने ठीक कहा है कि शादी जैसे नाजुक रिश्ते को चलाने के लिए पति-पत्नी का न केवल आपस में जुड़ना बहुत जरूरी है बल्कि उनका एक-दूसरे से संतुष्ट होना भी बेहद महत्वपूर्ण है। मैं एक शादीशुदा महिला हूं। हमारी शादी को 4 साल हो गए है। मैं अपनी शादी से बिल्कुल भी खुश नहीं थी। ऐसा इसलिए क्योंकि मेरे पति का व्यवहार बहुत ही उदासीन था। उसने मुझे कभी भी वैसा महसूस नहीं कराया था, जैसा कि मैं चाहती थी। वह न केवल अपने काम में बहुत बिजी रहता था बल्कि उसके पास हमारे रिश्ते के लिए भी समय नहीं था। मुझे अच्छे से याद है कि शादी के बाद से उसने मुझे कभी नहीं छुआ था। मेरा पति मुझसे प्यार करने में सबसे कम दिलचस्पी लेता था। ऐसा नहीं है कि मैंने उससे पूछने की कोशिश नहीं की, लेकिन उसकी बातों में हमेशा मुझे एक टालमटोली दिखती थी। 

 

 


मैंने एक बार उसके साथ रिश्ते बनाने की भी पहल की, लेकिन अपना रिश्ता सही करने के मेरे सारे प्रयास खराब गए। इस घटना ने मुझे बहुत ही निराश किया। हमारी शादी बाहर से शांतिपूर्ण दिखती थी। लेकिन वास्तव में यह मेरे लिए गले का फांस बनती जा रही थी। मैं अपनी भावनाओं को बाहर निकालना चाहती थी। मैं अपने पति से प्यार करना चाहती थी। कई बार तो ऐसा होता था कि मेरा पति जानबूझकर जल्दी सो जाता था।  एक दिन ऐसा आया कि मैं इस प्रेमहीन विवाह में एडजस्ट करने लगीं। 

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बेहद ऊर्जा से भरा था वो

मैंने अपनी शादी से सारी उम्मीद छोड़ ही चुकी थी कि अचानक मेरी ननद के पति जो लंदन में रह रहे थे, सदियों बाद हमसे मिलने आ गए। वो देखने में बहुत ही आकर्षक था। उनकी पर्सनैलिटी काफी अच्छी थी। वो ऊर्जा से भरा हुआ लग रहा था। वो इतना अट्रैक्टिव था कि जिसने मुझे उसके बारे में इस तरह से सोचने पर मजबूर कर दिया था। हालांकि, मैं अच्छे से जानती थी कि मेरा उसके लिए सोचना काफी गलत था, लेकिन मैं इसका विरोध नहीं कर सकी। उसके प्रति मेरा आकर्षण बढ़ता ही चला गया था।

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पहली बार ऐसे हुई शुरूआत

 एक दिन मैंने उसे अपने पति के साथ अपनी वैवाहिक समस्याओं के बारे में बात करते सुना। वो बता रहा था कि उसके और उसकी पत्नी के बीच लंबे समय से काफी तनाव चल रहा था। वो मेरे पति से अपनी बहन से बात करने के लिए भी कह रहा था। वो काफी परेशान था , लेकिन मेरे लिए ये सब राहत देने वाला था। मैं नहीं जानती ऐसा क्यों हुआ, लेकिन मेरा दिल उसकी बातें सुनकर खुश हो गया। इसके बाद हम सब खाना खाने के लिए डिनर टेबल पर इकट्ठे हुए, जहां हमने एक-दूसरे से नजरें चुरा लीं। एक दिन जब मैं उसे उसकी चाय देने उसके कमरे में पहुंची, तो हमने एक-दूसरे को सामान्य से अधिक देर तक देखा और हम दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ रखा था । यह काफी अजीब था, लेकिन इस दौरान मुझे ऐसा महसूस हुआ, जोकि पहले कभी नहीं हुआ था। 

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हम बेहद करीब आ गए


उस रात मेरे पति भी अपने काम से बाहर गए हुए थे। घर पर हम दोनों ही अकेले थे। मैं वैसे भी काफी दिनों से अच्छा महसूस नहीं कर रहा थी, जो शायद उसको भी पता चल चुका था। वो मेरे कमरे में आया तो मैं बेड पर लेटी हुई थी।  मैंने भी उसे अपनी तरफ आते देखा, जिसके बाद वो भी मेरे पास आकर लेट गया और मुझे मुझे बाहों में भर लिया।  हम दोनों ने एक-दूसरे को किस कर लिया। हम दोनों न केवल एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए बल्कि हमने रिश्ते भी बनाए। हमने केवल एक-दूसरे से प्यार किया। हमने इस दौरान कुछ भी नहीं सोचा। हम दोनों ही बस इस पल में रहना चाहते थे।

एक-दूसरे में ढूंढी खुशी


घर पर रहने के दौरान हम अक्सर एक-दूसरे से प्यार करने का मौका ढूंढ़ते थे। यह हम दोनों के लिए ही काफी अद्भुत समय था। मैं आखिरकार स्वतंत्र महसूस करने लगी थी। ऐसा इसलिए क्योंकि एक महिला के रूप में मेरी भी कुछ इच्छाएं थीं, जोकि आखिरकार पूरी होने लगी थीं। मैं कभी भी अपने पति को धोखा नहीं देना चाहती थी, लेकिन उसने कभी मेरी कद्र नहीं की। मैं उससे बहुत प्यार करती थी, लेकिन उसके लिए यह रिश्ता नाम का था इसलिए मुझे मेरे किए पर कोई पछतावा नहीं है।