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Fasal Bima अब डाक विभाग करेगा फसलों का बीमा, किसानों को अब 72 घंटों में मिलेगी मुआवजा राशि

किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। ताजा जानकारी के अनुसार अब किसानों की फसल (fasal) का बीमा डाक विभाग (insurance postal department)  द्वारा किया जाएगा। जिसके चलते आपदा आने पर किसानों को 72 घंटों के ही मुआवजा राशि (compensation amount) वितरित कर दी जाएगी। 
 
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Fasal Bima अब डाक विभाग करेगा फसलों का बीमा,  किसानों को अब 72 घंटों में मिलेगी मुआवजा राशि

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, डाक विभाग ने किसानों की फसलों का बीमा करने की शुरुआत कर दी है। आपदा आने पर किसान के खाते में 72 घंटे में फसल नुकसान बीमा की रकम भेज दी जाएगी। आजादी के अमृत महोत्सव की तहत फसल बीमा पाठशाला कार्यक्रम की शुरू किया गया है।

 

बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, हरदोई, सीतापुर, सहारनपुर, मुरादाबाद समेत 16 जिलों में साढ़े पांच हजार से अधिक डाक कर्मियों को फसल बीमा योजना की जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए डाक कर्मचारी अपने क्षेत्रों में किसानों से संपर्क कर अधिक से अधिक बीमा करेंगे। 

 


फसल के बीमा करने की शुरुआत 15 जुलाई से बरेली रीजन में की जा चुकी है।इसमें जरूरी नहीं खेत मालिक के नाम ही फसल बीमा होगा, बटाईदार भी फसल का बीमा करा सकता है। राज्य सरकार ने संभावित फसल नुकसान के खिलाफ किसानों को बीमा कवरेज प्रदान करने के लिए जुलाई में इस उद्देश्य के लिए एक विशेष अभियान चलाने का फैसला किया था। कृषि विभाग ने प्रस्तावित अभियान में उन विकास खंडों को शामिल किया जिनका केंद्र की महत्वाकांक्षी पीएम फसल बीमा योजना (PMCIS) के तहत कृषि बीमा कवरेज कम है।

यूपी सरकार के सूत्रों के मुताबिक पीएमसीआईएस के तहत अब तक यूपी के 27.5 लाख किसानों के खातों में 3,074.6 करोड़ रुपये का मुआवजा जमा किया जा चुका है। सूत्रों ने कहा कि फसल बीमा योजना में किसानों की भागीदारी दलितों और आदिवासियों के वर्चस्व वाले इलाकों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए यूपी सरकार न केवल जिला प्रशासन बल्कि बैंकों और जन सुविधा केंद्रों को भी जोड़ने की योजना बना रही है। 


अधिक से अधिक किसानों का बीमा करने के निर्देश
प्रवर डाक अधीक्षक एचएस लाल का कहना है, डाक विभाग द्वारा कम प्रीमियम पर दुर्घटना बीमा किया जाता है। इसके साथ ही फसल बीमा भी डाक विभाग द्वारा किया जा रहा है। डाक कर्मियों को निर्देश दिए हैं, वह अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक किसानों का फसल बीमा करें।