home page

Haryana News : गैंगस्टर काला राणा गिरफ्तार, बदमाशों की पुलिस को धमकी- भाई के साथ कुछ गलत किया तो पड़ेगा महंगा

Haryana News. यमुनानगर (Yamunanagar) के लक्ष्मी गार्डन निवासी गैंगस्टर काला राणा को थाईलैंड (Thailand) से भारत लाकर दिल्ली स्पेशल सेल (Delhi Special Cell) को सौंप दिया गया जहां से स्पेशल सेल ने उसे कोर्ट में पेश कर 10 दिन के रिमांड पर लिया है।

 | 

दिल्ली स्पेशल सेल (Delhi Special Cell) की गिरफ्तारी के बाद ही उसकी गैंग से जुड़े बदमाशों ने पुलिस को धमकाना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर कई धमकी भरी पोस्ट की गई। इसमें जिंदा कारतूस के नाम से एफबी पर बनाई ID से लिखा गया कि अपने भाई काला राणा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस वाले भाई के साथ नाजायज न करें। वरना बहुत महंगा पड़ेगा। इस आईडी पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की फोटो लगी है। वहीं सूर्य राणा-77 की आईडी से लिखा गया कि अपने बड़े भाई काला राणा को थाईलैंड से दिल्ली क्राइम सेल ने गिरफ्तार कर लिया। भाई के साथ कोई नाजायज न हो। हमारी पुलिस प्रशासन के साथ कोई दुश्मनी नहीं है।

 

कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई:अजमेर जेल में बंद लॉरेंस के सिर पर 6 हत्याएं, सलाखों के पीछे से गैंग कर रहा ऑपरेट, गुर्गाें के पास मिल रहे मोबाइल

 

 

सूर्य राणा गिरफ्तार गैंगस्टर काला राणा का छोटा भाई है। वह भी कई मामलों में लंबे समय से जेल में बंद है। हालांकि जिंदा कारतूस नाम से बनी आईडी से यह पोस्ट कुछ देर बाद डिलीट कर दी गई। माना जा रहा है कि गैंग से जुड़े बदमाशों को डर है कि कहीं काला का एनकाउंटर न हो जाए या फिर पुलिस रिमांड के दौरान उसे थर्ड डिग्री न दे इसलिए यह धमकी दी गई है।

इससे पहले भी गैंग से जुड़े लोग जब पकड़े गए हैं, उसमें भी इसी तरह से पुलिस को धमकी दी जाती रही है। पिछले दिनों काला राणा के भाई सूर्य राणा को यमुनानगर सीआईए वन ने प्रोडक्शन रिमांड पर लिया तो काला ने तब सीआईए वन इंचार्ज और उसके परिवार को जान से मारने की फोन कर धमकी दी थी।

 

वो गैंगस्टर जिसने रनआउट देने पर अंपायर को मार दी गोली

इस तरह से इस गैंग से जुड़े बदमाश पुलिस को धमकाते रहते हैं। काला राणा पर अंबाला के एक हत्या के केस में एक लाख रुपए का इनाम रखा गया था। दिल्ली पुलिस ने उसे रंगदारी और एक अपराधी को छुड़ाने के केस में रिमांड पर लिया है। वहां से रिमांड पूरा होने के बाद हरियाणा एसटीएफ उसे प्रोडक्शन रिमांड पर लेगी।
 

पांच राज्यों में 48 केस हैं, सबसे ज्यादा यमुनानगर में…

काला राणा पर अब तक 48 केस दर्ज होने की पुष्टि हो चुकी है। इसमें हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और चंडीगढ़ में है। हालांकि सबसे ज्यादा केस यमुनानगर में उस पर दर्ज हैं। इसमें हत्या से लेकर हत्या के प्रयास, फिरौती मांगने समेत कई केस दर्ज हैं।

वहीं जैसे-जैसे अलग-अलग राज्यों की पुलिस उससे पूछताछ करेगी केसों की संख्या बढ़ेगी क्योंकि बहुत से मामले ऐसे हैं जिसमें काला राणा की भूमिका का खुलासा उससे पूछताछ के बाद ही पता चलेगा।

19 साल की लेडी डॉन रेखा मीणा के दो गैंगस्टर बने जानी दुश्मन, जानिये इस लेडी डॉन की जन्म कुंडली
 

पुलिस की मानें तो साल 2019 में फर्जी पासपोर्ट बनवाकर वह भारत छोड़कर थाईलैंड भाग गया था। वह हरनाम सिंह बनकर वहां पर गया था। उसने फतेहाबाद से यह फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। वह थाईलैंड में रहकर गैंग को ऑपरेट कर रहा था।
 

काला राणा साल 2014 से अपराध की दुनिया में है। साल 2018 में जब वह हाईकोर्ट से जमानत लेकर जेल से बाहर आया। इसके बाद साल 2019 में विदेश भाग गया।

साल 2020 तक उस पर कुल 22 केस दर्ज थे लेकिन विदेश में बैठकर वह हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और चंडीगढ़ तक में वारदात कराता रहा। अब उस पर 48 केस दर्ज हैं।

विदेश में रहते हुए उसने कई हत्याएं कराई, रंगदारी मांगी, पुलिस पर हमला करा कर अपने साथी को छुड़ाया। इस तरह की वारदातें उसने की।
 

काला राणा लॉरेंस ग्रुप से जुड़ा हुआ है। लॉरेंस ग्रुप के ज्यादातर मेन गैंगस्टर जेल मे हैं। उनके जेल में जाने के बाद काला पूरे गैंग को ऑपरेट कर रहा था। दिल्ली और हरियाणा एसटीएफ को काला राणा के थाईलैंड में होने का पता तब चला जब गैंगस्टर राजू बसौदी को साल 2020 में थाईलैंड से गिरफ्तार किया था।

तब उसने पुलिस को बताया था कि काला राणा भी वहां पर है। इसके बाद हरियाणा एसटीएफ के आईजी सतीश बालन और दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के अधिकारी उसे भारत लाने में लग गए थे। उसके वहां पर होने की जानकारी इंटरनेशनल एजेंसी इंटरपोल से साझा की गई।

इंटरपोल ने काला को 20 जनवरी को वहां से काबू किया। जब मंगलवार को उसे दिल्ली एयरपोर्ट पर लाया गया तो दिल्ली और हरियाणा एसटीएम की टीम उसे पहले गिरफ्तार करना चाहती थी।

दिल्ली पुलिस इसमें बाजी मार कई और काला को पहले उसने वहां से कस्टडी में ले लिया था। बताया जाता है कि हरियाणा एसटीएफ के अधिकारी करीब दो साल से काला को भारत लाने के प्रयास कर रहे थे।