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हरियाणा HARYANA कोर्ट की पुलिस को कहा- आम जनता को इंसाफ के लिए पुलिस के पास नहीं देवता का पास जाना चाहिए

30 करोड़ रुपये की चोरी का मामला: कोर्ट ने आईपीएस सेतिया को भगौड़ा घोषित किया

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HARYANA NEWS हरियाणा के  गुड़गांव में करोड़ों रुपए की चोरी केस में कोर्ट ने शुक्रवार को आरोपी आईपीएस धीरज सेतिया, गैंगस्टर विकास लगरपुरिया और चेतन मान उर्फ बॉक्सर को भगौड़ा घोषित कर दिया।

 

साथ ही, कोर्ट ने एसटीएफ को तीनों आरोपियों की संपत्तियां जब्त करने की प्रक्रिया शुरू करने के भी निर्देश दिए हैं। एडिशनल सेशन जज अमित सहरावत ने शुक्रवार को सेतिया की जमानत याचिका भी रद्द कर कर दी।

 

इस दौरान जज सहरावत ने कहा कि जब करोड़ों की चोरी के केस में आरोपी पुलिस कमिश्नर कार्यालय तक पहुंच रहे हैं तो पुलिस की साख पर सवालिया निशान लग रहा है। ऐसे में आम लोगों को इंसाफ के लिए पुलिस के पास नहीं, बल्कि किसी देवता के पास जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह साइकिल चोरी का केस नहीं है, बल्कि करोड़ों की चोरी का मामला है, जिसमें एसटीएफ ने 6 करोड़ रुपए बरामद किए हैं। बाकी का पैसा कहां गया, इसकी जांच भी जरूरी है। मामले की अगली सुनवाई 2 मार्च को होगी।

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  • नवल किशोर के सरेंडर के समय पुलिस कमिश्नर ऑफिस में थी सेतिया की लोकेशन

एसटीएफ की जांच में सामने आया कि जब डॉ. नवल ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय में सरेंडर किया था तो उस समय आईपीएस सेतिया की लोकेशन पुलिस कमिश्नर कार्यालय की थी। कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज करने की 30 पेज की रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है।

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  • यह है मामला

बता दे कि अगस्त 2021 में सेक्टर-84 स्थित सोसाइटी में गैंगस्टर विकास लगरपुरिया के गुर्गों ने एक फ्लैट से 30 करोड़ रुपए की चोरी की थी। रुपए को ठिकाने लगाने में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एएसआई विकास गुलिया की अहम भूमिका थी। मामले में गुड़गांव पुलिस की क्राइम ब्रांच ने विकास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बाद में मामला एसटीएफ को ट्रांसफर कर दिया गया। एसटीएफ की जांच में डीसीपी सेतिया का नाम सामने आने पर आरोपी बनाया गया। सेतिया तब से ही फरार है।