Haryana news: कर्ज में दबे किसान ने की आत्महत्या,दो लाख का कर्ज लेकर खरीदा था बीज, खेती में भी हो गया था घाटा

इसके बाद उसे खेती में घाटा हो गया। तभी से वह परेशान चल रहा था। पुलिस ने शव को झांसी मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया है।
बटिया पर करता था खेती
करारी गांव निवासी सीताराम (48) पुत्र छक्कीलाल अहिरवार खेती करते थे। उनके भांजे रविंद्र गौतम ने बताया कि मामा सीताराम करीब 7 एकड़ जमीन बटिया पर लेकर खेती करते थे। कुछ समय पहले लोगों से दो लाख रुपए कर्ज लेकर मूंगफली और तिली का बीज खरीदकर बोआई की थी।
लेकिन फसल चौपट होने से नुकसान हो गया। इसके बाद सीताराम परेशान रहता था। अभी गेहूं की फसल में पानी लगना था, लेकिन नहर लेट आई। इससे पानी लगने में देरी हो गई। इसको लेकर सीताराम और परेशान रहने लगा।
परिजनों ने देखा तो फंदे पर लटका था शव
भांजे ने बताया कि मामा सीताराम कुछ समय से ज्यादा परेशान चल रहे थे। गुरुवार रात को सीताराम कमरे में सोने चले गए। शुक्रवार सुबह नहीं जगे तो परिजन कमरे में देखने गए। तब सीताराम फंदे पर लटका हुआ था। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सीताराम के दो बेटे व दो बेटियां हैं।
सीताराम के पिता छक्कीलाल की कई साल पहले मौत हो चुकी है। वह अपने पिता का इकलौता बेटा था। पिता की मौत के बाद सीताराम ही अपने बच्चों व मां के साथ रहता था। घर में सीताराम ही कमाने वाला था। उसकी मौत के बाद घर में कोहराम मच गया।