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स्वास्थय विभाग ने तैयार की हरियाणा के इन गांवों की हिट लिस्ट, चल रहा भ्रूण हत्या का खेल

हरियाणा में भ्रूण हत्‍या को लेकर सरकार गंभीर है। हरियाणा के कुछ गांवों में भ्रूण हत्‍या का खेल चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने तैयार की नौ गांवों हिट लिस्ट। इन गांवों पर अब स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर। अपने खूफिया तंत्र को एक्टिवेट करने में जुटा विभाग।
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बेटियों को कोख में मारने वालों का गिरोह शहर से सटे गांवों में सक्रिय हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने पांच हजार से ऊपर की आबादी वाले जिले के ऐसे नौ गांवों की लिस्ट तैयार की है, जिसमें लिंगानुपात बिगड़ रहा है। चौकाने वाली बात यह है कि इनमें से छह गांव शहर से सटे हुए हैं।

 

यह गांव शहर की सीमा से सात से आठ किलोमीटर के भीतर हैं। यानी शहर से लगते हुए गांवों में बेटे और बेटियों के प्रति सोच बिगड़ रही है। विभाग अब इन गांवों पर न केवल पैनी नजर बनाए हुए है, बल्कि इन क्षेत्रों में अपने खूफिया तंत्र को भी एक्टिवेट करने में लगा है, ताकि बेटियों को कोख में मारने जैसा घिनौना अपराध करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचा सके।

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गांवों की दो अलग-अलग तस्वीरें

स्वास्थ्य विभाग के सामने गांवों की दो अलग-अलग तस्वीरें सामने आ रही हैं। एक तरफ तो ऐसे गांव हैं जिनमें लिंगानुपात 745 तक गिर गया है और ऐसे भी गांव हैं, जिनमें लिंगानुपात एक हजार से भी ज्यादा है। शहर में सबसे ज्यादा लिंगानुपात वाला गांव इस्माईलाबाद है, जिसकी आबादी 8415 है और लिंगानुपात 1123 है। यानी यहां एक हजार लड़कों के पीछे 1123 लड़कियों ने जन्म लिया।

वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग की हिट लिस्ट में गांव किरमिच सबसे ऊपर है। इस गांव की जनसंख्या 6475 है और लिंगानुपात जिले में सबसे कम 745 है। यहां एक हजार लड़कों के पीछे 745 लड़कियों ने जन्म लिया। जबकि यह गांव शहर से आठ किलोमीटर दूर ही है।


कम लिंगानुपात वाले गांवों पर स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर : डा. आरके सहाय

पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक के जिला नोडल अधिकारी डा. आरके सहाय ने कहा कि बिल्कुल स्वास्थ्य विभाग ने 30 से ज्यादा डिलीवरी वाले पांच हजार से ऊपर की जनसंख्या के गांवों की लिस्ट तैयार की है। इन गांवों पर स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर रहेगी। लोगों से भी अपील है कि वे गर्भ में बेटियों को मारने वाले लोगों के खिलाफ खड़े हों।

इतना ही नहीं अगर कोई सूचना विभाग तक पहुंचाता है और छापेमारी सफल होती है तो ऐसे लोगों को एक लाख रुपये तक का इनाम भी दिया जाता है। साथ ही उनकी जानकारी गुप्त रखी जाती है। इन गांवों के लोगों से खास तौर पर अपील है कि ऐसा काम करने वाले लोगों की सूचना स्वास्थ्य विभाग से सांझा करें।