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कितनी बढ़ने वाली है आपकी EMI, SBI की रिपार्ट से हुआ खुलासा

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दूसरे उभरते बाजारों के केंद्रीय बैंकों के मुकाबले शुरू होने जा रही दिसंबर पॉलिसी में छोटी बढ़ोतरी करने की उम्मीद है. SBI रिसर्च की लेटेस्ट Ecowrap रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. आइए नीचे खबर में जानते है विस्तार से.

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HR Breaking News, Digital Desk- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दूसरे उभरते बाजारों के केंद्रीय बैंकों के मुकाबले आज शुरू होने जा रही दिसंबर पॉलिसी में छोटी बढ़ोतरी करने की उम्मीद है. SBI रिसर्च की लेटेस्ट Ecowrap रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. इसमें आगे कहा गया है कि 35 बेसिस प्वॉइंट्स की बढ़ोतरी की उम्मीद बहुत ज्यादा लगती है. एसबीआई रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उन्हें भरोसा है कि इस मॉनेटरी पॉलिसी में 6.25 फीसदी टर्मिनल रेट रह सकता है.


महंगाई को काबू में करना केंद्रीय बैंक का लक्ष्य-


आरबीआई की तीन दिन की मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक  शुरू हो गई है. वित्तीय बाजार कमेटी के दरों में बढ़ोतरी के रुख पर करीबी से नजर रखे हैं. क्योंकि महंगाई अभी भी 6 फीसदी के लक्ष्य से ज्यादा बनी हुई है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अच्छी बात ये है कि कैपिटल इनफ्लो ने नवंबर में तेज रफ्तार पकड़ ली है. इससे पहले केंद्रीय बैंक मई के बाद से नीतिगत दरों में 190 बेसिस प्वॉइंट्स की बढ़ोतरी कर चुका है. पॉलिसी रेट 5.9 फीसदी हो चुका है. ऐसा बढ़ती रिटेल महंगाई को देखते हुए किया गया है, जो लगातार तीन तिमाहियों से आरबीआई की ऊपरी सीमा से ज्यादा रही है. अक्टूबर में, रिटेल महंगाई 6.77 फीसदी रही है. इससे पिछले महीने यह 7.41 फीसदी पर रही थी.

कितनी है RBI की महंगाई को लेकर लिमिट?


साल 2016 में, महंगाई को काबू में करने के लिए फ्रेमवर्क पेश किया गया था. इसके तहत आरबीआई बढ़ती कीमतों को काबू में करने में असफल रहता है, अगर सीपीआई पर आधारित महंगाई लगातार तीन तिमाहियों में 2 से 6 फीसदी को पार कर जाती है.

आरबीआई की पिछली मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग नवंबर की शुरुआत में हुई थी, जिसमें रिपोर्ट पर चर्चा और ड्राफ्ट कर केंद्र सरकार को भेजा गया था कि वह महंगाई को सीमा से नीचे रखने में क्यों असफल रही थी.

इसके अलावा एक दूसरी रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि ब्याज दरों में लगातार तीन बार 0.50 फीसदी की वृद्धि करने के बाद अब केंद्रीय बैंक इस बार ब्याज दरों में 0.25 से 0.35 फीसदी की वृद्धि कर सकता है. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक सोमवार से शुरू हो रही है. तीन दिन की बैठक के नतीजों की घोषणा 7 दिसंबर को की जाएगी.