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IPS success Story अंग्रेजों की नौकरी छोड़कर इस बेटी ने चुना देश सेवा का रास्ता, विदेश से आकर बनी IPS

IPS Pooja Yadav Story आज के समय में हर युवा विदेश जाकर नौकरी करने की तैयारी में जुटा है लेकिन आपको बहुत कम ऐसे युवा मिलेंगे जो विदेश की नौकरी छोड़कर अपने देश वापिस आने की सोचते होंगे। आज हम भी आपको एक ऐसे आईपीएस की कहानी बताने जा रहे है जिससे अंग्रेजों के यहां नौकरी करने की वजाह देश सेवा के रास्ते को चुना और अपने देश आकर आईपीएस बन गई। 
 
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IPS success Story अंग्रेजों की नौकरी छोड़कर इस बेटी ने चुना देश सेवा का रास्ता, विदेश से आकर बनी IPS 

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, आज ऐसे बहुत कम युवा हैं जो विदेशों की नौकरी छोड़ अपने देश वापस आना चाहते हैं। हर किसी युवा का सपना पढ़ाई लिखाई पूरी कर एक अच्छी ख़ासी नौकरी का ही होता है वहीं यदि किसी को विदेशों में बढ़िया सैलरी पर काम करने का मौका मिले तो शायद ही इस अवसर को कोई छोड़ना चाहेगा। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी आईपीएस अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने देश सेवा के लिए ही दो विदेशों की बढ़िया नौकरी को छोड़ दिया।

 

इस अफसर का नाम पूजा यादव है। पूजा आज आईपीएस अफसर के तौर पर अपनी सेवाएँ दे रही हैं। सिविल सेवाओं में आने के लिए पूजा को भी तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। कड़ी मेहनत के सहारे पूजा ने इस सफलता को हासिल किया और कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गईं। आइए जानते हैं पूजा यादव के बारे में।

 

हरियाणा की रहने वाली हैं पूजा

आमतौर पर हर कोई अच्छी नौकरी की ख्वाइश ही रखता है। बहुत कम ही बढ़िया  नौकरियों को छोड़ देश सेवा में आने का जज़्बा रखते हैं। वहीं कुछ लोगों के साथ दूसरे क्षेत्रों में काम करते हुए कुछ ऐसा भी हो जाता है जो उन्हें देश सेवा करने के लिए प्रेरित कर देता है। ऐसी ही कहानी है आईपीएस अफसर पूजा यादव की। पूजा आज वाकई हर किसी के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उन्होंने कई मुश्किलों का सामना करने के बाद ही अपने सपनों को पूरा किया है

पूजा हरियाणा की रहने वाली हैं और आज वे आईपीएस के पद पर रहकर देश सेवा कर रही हैं। हालांकि इस सफर में पूजा के लिए कई ऐसे मौके आए जब उनके लिए कोई फैसला लेना मुश्किल था लेकिन पूजा ने अपने सपनों और देश सेवा को ही सबसे ऊपर रखा। आज कई परीक्षार्थी भी पूजा यादव से प्रेरणा ले रहे हैं। वहीं पूजा ने नारी शक्ति की मिसाल को भी पेश किया है।


देश सेवा के लिए छोड़ दी दो देशों की नौकरी

पूजा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई को हरियाणा से ही पूरा किया है। इसके बाद पूजा ने एमटेक की पढ़ाई भी की जिसके बड़ा उन्हें कई नौकरियों के ऑफर आने लगे। हालांकि पूजा के परिवार की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं थी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने पूजा को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूजा के हर फैसले में उनके परिवार ने उनका पूरा साथ दिया। पढ़ाई पूरी होने के बाद पूजा को विदेश की नौकरी का भी ऑफर मिला।

इस ऑफर को पूजा ने स्वीकार कर लिया। पूजा ने पहले कनाडा और फिर जर्मनी में काम किया। यूपीएससी पाठशाला के मुताबिक जर्मनी में काम करने के दौरान ही पूजा को ये एहसास हुआ कि उनकी मेहनत किसी और देश के विकास में योगदान दे रही है जो उन्हे बिल्कुल भी मंजूर नहीं था। इसलिए उन्होंने वापस अपने वतन आकर देश सेवा करने का फैसला किया।

ऐसा रहा यूपीएससी का सफर

अब पूजा ने नौकरी छोड़ने का फैसला कर लिया था। हालांकि उनके लिए ये फैसला काफी मुश्किल था। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं थी। लेकिन ऐसे में भी उनके परिवार ने पूजा का पूरा साथ दिया। पूजा विदेश की नौकरी को छोड़ भारत वापस आ चुकी थी। यहाँ आकर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी को करना शुरू कर दिया। पूजा ने ट्यूशन पढ़ाकर और रिसेप्शनिस्ट का काम गुजारा चलाया।

कड़ी मेहनत के बाद पहली बार पूजा ने यूपीएससी परीक्षा को दिया जिसमें उन्हें सफलता नहीं मिल पाई। लेकिन ऐसे में भी पूजा निराश नहीं हुई और उन्होंने वापस से परीक्षा की तैयारी करनी शुरू कर दी। दूसरे प्रयास में पूजा ने सफलता को हासिल कर लिया जिसके बाद उन्हें आईपीएस सर्विस दी गई। पूजा 2018 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं।

अन्य कैंडीडेट्स को पूजा ने दी सलाह

मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि यूपीएससी का सफर थोड़ा लंबा होता है जिसके कारण कई बार निराशा भी महसूस होने लगती है ऐसे में वे चिंता न करने की सलाह देती हैं। पूजा के अनुसार तैयारी के साथ साथ अपने शौक को भी समय देना चाहिए ताकि आपका दिमाग भी स्वस्थ और तरोताजा रह सके। पूजा के मुताबिक कई बार लोग डिमोटिवेट करने का काम भी करते हैं लेकिन ऐसे में परीक्षार्थी को सिर्फ अपने लक्ष्य पर ही ध्यान देना चाहिए।

वहीं पूजा की पर्सनल लाइफ की बात करें तो पूजा ने पिछले साल ही IAS अधिकारी विकल्प भारद्वाज से शादी की है। दोनों की मुलाक़ात एलबीएसएनएए में ही हुई थी। लेकिन उस वक़्त पूजा को गुजरात कैडर मिला था तो वहीं विकल्प केरल कैडर में थे। इसलिए विकल्प ने अपना कैडर गुजरात करवा लिया था। वहीं पूजा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं। कई परीक्षार्थी भी आज उनसे प्रेरणा लेकर परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।