Indian Railways: रेलवे को सिर्फ एक ट्रेन से 28 करोड़ का घाटा, बाकियों की भी चेक कर लें कमाई
HR Breaking News, Digital Desk- रेलवे ने अपनी एक महत्वाकांक्षी योजना के तहत तेजस ट्रेनों के संचालन की जिम्मेदारी निजी ऑपरेटर्स के हाथों में दी थी। पहली बार किया गया रेलवे का यह प्रयोग सफल नहीं रहा। इस ट्रेन के संचालन से 63 करोड़ रुपये के नुकसान की जानकारी सामने आई है. फिलहाल दिल्ली से लखनऊ और मुंबई से अहमदाबाद रूट पर तेजस ट्रेन का संचालन किया जाता है. दिल्ली से लखनऊ के लिए चलने वाली तेजस ट्रेन के 27.52 करोड़ के घाटे में चलने की बात सामने आई थी.
घाटे में चल रही ट्रेन को होगा फायदा!
पिछले दिनों वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग (Department of Expenditure of Finance Ministry) ने एक ऐसा प्लान तैयार किया है जिसके बाद घाटे में चल रही ट्रेन को फायदा होगा. वित्त मंत्रालय के सर्कुलर के अनुसार केंद्रीय कर्मचारी आधिकारिक दौरे के दौरान तेजस ट्रेन (Tejas Express) से सफर कर सकेंगे. सरकार से मिली मंजूरी के आधार पर सरकारी कर्मचारी आधिकारिक दौरे, ट्रेनिंग, ट्रांसफर और रिटायरमेंट आदि से जुड़े सफर के लिए तेजस ट्रेन की यात्रा कर सकेंगे.
वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी सर्कुलर में यह भी कहा गया कि तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) में यात्रा करने के दौरान उन्हें वहीं सुविधाएं मिलेंगी, जो शताब्दी में सफर के दौरान मिलती थीं. 2017 के आदेश के अनुसार सरकारी अधिकारियों को प्रीमियम ट्रेनों / प्रीमियम तत्काल ट्रेनों से सफर की अनुमति दी गई थी.
कौन किस श्रेणी में यात्रा करने के लिए पात्र-
- पे मैट्रिक्स में पे लेवल 12 और इससे ऊपर : एग्जिक्यूटिव / एसी Ac 1st Class / प्रीमियम तत्काल / सुविधा / शताब्दी / राजधानी ट्रेन.
- पे मैट्रिक्स में पे लेवल 6 और इससे ऊपर : AC 2nd Class / चेयर कार (शताब्दी ट्रेन)
- पे मैट्रिक्स में पे लेवल 5 और इससे ऊपर : AC 3rd Class / चेयर कार