हरियाणा के इस जिले में बनेगा अंतरराज्ययीय बस स्टैंड, मिलेगी आधुनिक शापिंग माल की सुविधा
अब सरकार ने इस निर्णय को बदला दिया है। नए बस स्टैंड को सरकार अपने फंड से बनाएगी। इसमें किसी निजी कंपनी का कोई लेना-देना नहीं होगा।
यानि बस स्टैंड को लीज पर देकर तैयार नहीं किया जाएगा। परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों से गहन मंथन के बाद प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा इस प्लानिंग को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है।
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दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच यह प्रदेश का सबसे बड़ा बस स्टैंड होगा, जहां रोजाना 2500 बसों का आवागमन होगा। दिल्ली व चंडीगढ़ के लिए बसों के आने जाने के लिए दो रूट रखे गए हैं, जबकि एक रूट रिजर्व किया गया है, जिसमें मेंटिनेंस के लिए बसें आया जाया करेंगी।
रोडवेज के निजीकरण की आवाज खिलाफ संदेश देने का प्रयास
सीएम मनोहर लाल ने जुलाई 2016 में नए बस स्टैंड की आधारशिला रखी थी। उस समय बस स्टैंड को पीपीपी मोड़ पर बनाए जाने का फैसला हुआ था। लेकिन अब प्लानिंग बदलकर अपने फंड से बस स्टैंड बनाने के निर्णय लिया गया है।
यह फैसला कहीं ना कहीं रोडवेज कर्मचारी यूनियनों व लोगों के बीच रोडवेज के निजीकरण को लेकर उठ रही आवाज के खिलाफ सरकार का संदेश देने का प्रयास है कि रोडवेज के हितों के बारे में सोचकर फैसले लिए जा रहे हैं।
32 एकड़ में विकसित होना है बस स्टैंड
बलड़ी बाइपास पर बने बस स्टैंड का निर्माण फिलहाल छह बैज का हुआ है। जिस पर करीब 13 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च हुई है। इसमें अन्य सुविधाएं भी दी जानी है। बस स्टैंड को लेकर मुख्यालय स्तर पर कई बार बैठक हो चुकी है। इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए तेजी से प्रयास शुरू हो चुके हैं।
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बस स्टैंड को लेकर क्या है सरकार की प्लानिंग
नए बस स्टैंड में लगभग 12 एकड़ में आधुनिक बस अड्डे का निर्माण किया जाना है। 10 एकड़ में आधुनिक चालक प्रशिक्षण केंद्र, और 10 एकड़ जमीन में आधुनिक कार्यशाला स्थापित की जाएगी। आधुनिक बस स्टैंड पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं जैसे नई तकनीक की ई-टायलेट, वातानुकूलित प्रतीक्षालय, आधुनिक शापिंग माल, फन एंड प्ले जोन, रेस्तरां, फूड कोर्ट, बेसमेंट पार्किंग,साइकिल, टैक्सी, आटो स्टैंड भी बनाए जाएंगे। इस बस स्टैंड के सभी कार्यालय आधुनिक पद्धति से बनाए जाएंगे।
जिसमें टिकट वैडिंग मशीन, डिजीटल समय सारिणी, डिजीटल सूचना, डिजीटल कैमरों की निगरानी एवं आधुनिक सुरक्षा उपकरण स्थापित होंगे।
पुराने बस स्टैंड को शिफ्ट करने की क्यों आई नौबत
बस स्टैंड शहर के अंदर होने के कारण यहां पर हमेशा जाम की स्थिति रहती है। दूसरा बड़ा कारण यह भी है कि यहां पर बस स्टैंड के विस्तार की कम संभावनाएं हैं। जनसंख्या बढ़ रही है उसी के हिसाब से बसों की संख्या भी बढ़ानी पड़ रही हैं।
जगह कम होने के कारण यहां भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे यात्री तो परेशान हो ही रहे हैं साथ ही अधिकारी भी परेशान हैं।
मामले पर गंभीरता से चर्चा हुई
प्लानिंग एंड डवलपमेंट ब्रांच परिवहन विभाग चंडीगढ़ के इंचार्ज सरबजीत सिंह मान ने बताया कि करनाल के अंतरराज्यीय बस स्टैंड के निर्माण को लेकर सरकार गंभीर है।
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से इस बारे में चर्चा हो चुकी है कि अब इस बस स्टैंड को पीपीपी मोड नहीं, बल्कि अपने फंड से बनाया जाएगा। मुख्यालय में पिछले दिनों हुई बैठक में इस मामले पर गंभीरता से चर्चा हुई है। इस प्लानिंग पर मंत्री जी की तरफ से सहमति मिल चुकी है। इसे जल्द सिरे चढ़ाया जाएगा।
