Land Acquired एक्सप्रेस के लिए इन 10 गावों की जमीन होगी अधिग्रहण, मिलेगा 100 करोड़ का मुआवजा
HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, देश में भारतमाला परियोजना के तहत कई हाइवे बनाने का काम किया जा रहा है जिससे कई शहरों में आना जाना आसान हो रहा है। अब तक इस परियोजना के तहत कई एक्सप्रेस वे बनकर भी तैयार हो चुके हैं। इसी योजना के तहत अंबाला शामली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे को बनाया जा रहा है।
इस एक्सप्रेस वे को बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो चुका है। इतना ही नहीं 10 गांवों के लिए सरकार की ओर से 100 करोड़ का मुआवजा भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेस वे के बन जाने के बाद गोरखपुर से शामली का सफर काफी आसान हो जाएगा। अलग अलग हिस्सों में इस एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जाने वाला है।
10 गांवों के लिए भेजा गया मुआवजा
भारतमाला परियोजना के तहत अंबाला शामली एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है जिसके भूमि अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया गया है। इस एक्सप्रेस वे के सहारे शामली को गोरखपुर से जोड़ा जाने वाला है। भूमि अधिग्रहण के चलते 10 गांवों के लिए 100 करोड़ का मुआवजा केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय द्वारा भेज दिया गया है। ये एक्सप्रेस वे उत्तरप्रदेश के भी 22 जिलों के 37 तहसीलों से होकर गुजरने वाला है।
हालांकि शामली से गोरखपुर तक के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए कंसल्टेंट एजेंसी को नियुक्त करने का काम चल रहा है। एडीएम संतोष कुमार द्वारा ही जानकारी दी गई है के अनुसार पट्टी नौगांवा और पट्टी कालरा का मुआवजा नहीं आया है बाकी सभी गाँव का मुआवजा आ चुका है। अब मुआवजा वितरण के लिए फाइल तैयार करने का काम किया जा रहा है।
गोरखपुर का सफर होगा आसान
बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेस वे के लिए गोगवान जलालपुर, अब्दुलापुर मोरमाजरा, कुतुबगढ़, जमालपुर, तितारसी, थानाभवन पट्टी, नौगांवा, पट्टी कालरा, भैसानी इस्लामपुर, औंरगाबाद गंदवेड़ा गाँव की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार दावा किया जा रहा है कि शामली से गोरखपुर का सफर भी इस एक्सप्रेस वे से आसान हो जाएगा। अभी गोरखपुर जाने के लिए दिल्ली होकर आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे से होकर जाना पड़ता है और ये दूरी 912 किमी है। जबकि नए एक्सप्रेस वे के बनने के बाद ये दूरी 200 किमी कम होने वाली है।