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शादीशुदा जीवन : शादीशुदा जीवन में होनी चाहिए ये तीन चीजें, जीवन हो जाता है संपन्न

शादीशुदा जीवन को संपन्न करने के लिए और जीवन को ख़ुशी ख़ुशी जीने के लिए ये चीजें होनी जरूरी है।  आचार्य चाणक्य ने हमे बताया हैं इनके बारे में।  आइये जानते हैं।  

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HR Breaking News, New Delhi : परिवार की सुख समृद्धि पति- पत्नी के रिश्तों पर टिकी हुई है. जब तक इसमें मिठास है जीवन खुशहाल रहेगा लेकिन अगर ये खराब हो जाएं या कमजोर पड़ जाएं तो तनाव और विभिन्न प्रकार की समस्याओं को जन्म देने लगता है. जिससे न सिर्फ दो बल्कि इनसे जुड़ी कई जिंदगियों पर गहरा असर पड़ता है. चाणक्य ने दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए अपने तमाम विचारों को साझा किया. चाणक्य कहते हैं कि शादीशुदा जिंदगी में 4 चीजें बहुत महत्वपूर्ण मानी गई हैं. जिनकी वैवाहिक जीवन में ये हो उनके लिए धरती स्वर्ग समान हो जाती है.

शांत मन

चाणक्य कहते हैं ना कि हर बड़ी से बड़ी समस्या का हल शांति के निकाला जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि जब मन शांत होता है तो अच्छे और बुरे का अंतर करना आसान हो जाता है. वहीं गुस्से में व्यक्ति अपने साथ दूसरों का भी नुकसान कर बैठता है. खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए मानसिक शांति बहुत जरूरी है तभी पति-पत्नी के बीच सामंजय बनता है.

समानता


व्यक्ति जब दांपत्य जीवन में जीवनसाथी को भी उतना ही सम्मान देता है जितना उसे मिलता है तो ऐसे रिश्ते कभी नहीं टूटते. रिश्तों में अहंकार की कोई जगह नहीं होती. जब रिश्ते हम से तेरा-मेरा पर आ जाए तो इनमें दरार आना स्वभाविक है.

संतुष्ट

घर को स्वर्ग बनाने की पहली सिढ़ी होती है संतुष्टि. जितना प्राप्त है उतना पर्याप्त है. शादीशुदा जीवन को सुखमय बनाने के लिए  यह भाव रामबाण है. घर-परिवार को चलाने के लिए पैसों का मैनेजमेंट जरूरी है, इसका यह मतलब नहीं कि एक दूसरे की जरूरतों को पूरा न करें. अनावश्यक खर्चे और डिमांड रिश्ते में विवाद पैदा करती हैं इसलिए समय के हिसाब से खुद को ढालें.