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Modern Railway Station list: रेलवे इन स्टेशनों को करने जा रहा है अपग्रेड, फूड कोर्ट सहित वेटिंग लाउंज की मिलेगी सुविधा

 इंडियन रेलवे की ओर से 40 रेलवे स्टेशनों का पुर्नविकास करने का काम किया जा रहा है। जिसमें विशाल रूफ प्लाजा, फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, चिल्ड्रन प्ले एरिया के साथ साथ यात्रियों को अन्य लग्जरी सुविधाओं की सौगात मिलने वाली है। आइए नीचे खबर में जानते है किन रेलवे स्टेशनों को किया जा रहा है अपग्रेड
 
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Modern Railway Station list: रेलवे इन स्टेशनों को करने जा रहा है अपग्रेड, फूड कोर्ट सहित वेटिंग लाउंज की मिलेगी सुविधा

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, देशभर में रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प करने का काम चल रहा है. रेल मंत्रालय ने देशभर के प्रमुख स्टेशनों के पुनर्विकास के काम को तेज कर दिया है. भारतीय  रेलवे में आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए 40 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है और 14 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए टेंडर प्रक्रिया  में हैं. इन पर अगले 5 महीनों में पुनर्विकास कार्य शुरू होने की संभावना है. देशभर में रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास से अर्थव्यवस्था में रोजगार सृजन और  बेहतर आर्थिक विकास जैसे कई अच्छे प्रभाव पड़ेंगे. 


रेलवे में मिलेंगी ये शानदार सुविधाएं

इन स्टेशनों के पुनर्विकास में विशाल रूफ प्लाजा, फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, चिल्ड्रन प्ले एरिया, स्थानीय उत्पादों  के लिए खास स्थान आदि जैसी सुविधाओं का प्लान किया गया है. विकास कार्य रेलवे स्टेशन के साथ परिवहन के विभिन्न साधनों जैसे मेट्रो, बस आदि और स्टेशन के साथ शहर के दोनों किनारों को भी जोड़ेगा. साथ ही, स्टेशन के बुनियादी ढांचे के निर्माण में 'दिव्यांगजनों' के लिए ग्रीन बिल्डिंग टेक्नोलॉजी और अन्य सुविधाओं को अपनाया जाएगा. यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इंटेलिजेंट बिल्डिंग की अवधारणा पर स्टेशनों का विकास किया जाएगा. स्टेशन पुनर्विकास रेलवे यात्रियों के साथ-साथ आम जनता के लिए स्टेशन पर 'सिटी सेंटर' जैसी सुविधाएं विकसित करेगा. 


शानदार बने ये स्टेशन

पश्चिम मध्य रेलवे के रानी कमलापति स्टेशन, पश्चिम रेलवे के गांधीनगर राजधानी स्टेशन और दक्षिण पश्चिम रेलवे के सर एम.विश्वेश्वरैया टर्मिनल स्टेशन को विकसित करके चालू कर दिया गया है. बता दें कि स्टेशनों के निर्माण के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है क्योंकि स्टेशन विकास कार्यक्रम की प्रकृति जटिल है. इसमें कई हितधारक और विभिन्न वैधानिक मंजूरी शामिल हैं.