अब दिल्ली जाने की नही पड़ेगी जरूरत, Rohtak PGIMS में होगा बच्चों के दिल का इजाल

दिल के मरीज बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए पीजीआई से बड़ी राहत देने वाली खबर आई है। अब पीजीआईएमएस (PGIMS) में ही बच्चों के दिल से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाएगा। अब तक अभिभावकों के बच्चों के हृदय रोग (Heart Disease) का इलाज या ऑपरेशन करवाना होता था तो दिल्ली एम्स या किसी प्राइवेट अस्पताल में जाना पड़ता था।
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17 फरवरी से यह सुविधा पीजीआईएमएस में ही मिलेगी। यहां पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी क्लीनिक शुरू किया जा रहा है। इसके लिए पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने पहल की है और संबंद्ध सभी मेडिकल कॉलेज को पत्र लिख दिया गया है कि हृदय रोगी बच्चों को दिल्ली की बजाए पीजीआईएमएस रोहतक में ही भेजा जाए।
बता दें कि कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना (Vice Chancellor Dr Anita Saxena) पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ हैं और कुलपति बनने से पहले एम्स में वे इस विभाग की अध्यक्ष भी रही हैं।
12 साल से कम उम्र वालों के भी ऑपरेशन पीजीआईएमएस में अभी तक दिल के ऑपरेशन तो होते हैं, लेकिन बड़ी उम्र के लोगों की ज्यादा सर्जरी की जाती हैं। बच्चों के दिल की सर्जरी करवानी है तो दिल्ली का रुख करना पड़ता है। अब बच्चों के दिल के ऑपरेशन भी पीजीआई मंे ही शुरू करवाए जाएंगे। 12 साल से नीचे के बच्चों के दिल की सर्जरी की संख्या बढ़ाई जाएगी।
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मंगलवार-बृहस्पतिवार कमरा नंबर 141 पीजीआई की नई ओपीडी में पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी क्लीनिक लगाया जाएगा। हर मंगलवार-बृहस्पतिवार को कमरा नंबर 141 में बच्चों की जांच की जाएगी। खास बात ये होगी कि कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ही बच्चों का इलाज करेंगी। इसके साथ ही कार्डियोलॉजी के डॉक्टर्स को बाल हृद्य रोग संबंधी स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
दिसंबर में ज्वाइनिंग अब बच्चों पर फोकस पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने दिसंबर में कुलपति की कुर्सी संभाली थी। चूंकि वे पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ हैं तो सभी को उम्मीद थी कि बच्चों के लिए यह सुविधा जरूर शुरू होगी। डॉ. की ज्वाइनिंग के ढाई महीने बाद ही अनिता सक्सेना पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी क्लीनिक शुरू करने जा रही हैं।
स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी अब तक बच्चों के दिल के ऑपरेशन पीजीआईएमएस में कम ही होते थे। अब इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। हृदय रोगी बच्चों के इलाज के लिए पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी क्लीनिक 17 से शुरू हो जाएगा। मैं खुद बच्चों की जांच करूंगी और जिन बच्चों को ऑपरेशन की जरूरत है, उनका ऑपरेशन भी करवाया जाएगा। कार्डियोलॉजी के चिकित्सकों को क्लीनिक में इलाज के साथ-साथ स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। -डॉ. अनिता सक्सेना, कुलपति, पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय।